बजट की चोट : फिल्म देखना, होटल में खाना, ट्रेन का सफर हुआ महंगा

नयी दिल्ली : धूम्रपान व अन्य तंबाकू उत्पादों का इस्तेमाल अब महंगा होगा. वहीं सेवा कर की दरों में बढोतरी से कई सुविधाएं मसलन होटल में खाना, हवाई यात्रा या बिलों का भुगतान महंगा हो जाएगा. जो वस्तुएं सस्ती हुई हैं उनमें चमडे के फुटवियर, स्थानीय स्तर पर विनिर्मित मोबाइल, कंप्यूटर टैबलेट, माइक्रोवेव अवन, मूंगफली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2015 5:52 PM

नयी दिल्ली : धूम्रपान व अन्य तंबाकू उत्पादों का इस्तेमाल अब महंगा होगा. वहीं सेवा कर की दरों में बढोतरी से कई सुविधाएं मसलन होटल में खाना, हवाई यात्रा या बिलों का भुगतान महंगा हो जाएगा. जो वस्तुएं सस्ती हुई हैं उनमें चमडे के फुटवियर, स्थानीय स्तर पर विनिर्मित मोबाइल, कंप्यूटर टैबलेट, माइक्रोवेव अवन, मूंगफली का मक्खन, पैकेटबंद फल, एंबुलेंस सेवाएं और अगरबत्ती शामिल है.

पूर्ववर्ती वित्त मंत्रियों की तरह वित्त मंत्री अरण जेटली ने भी धूम्रपान करने वाले या तंबाकू का सेवन करने वालों की जेब और ढीली करने की व्यवस्था की है. बजट 2015-16 में इन पर उत्पाद शुल्क की दरों में भारी वृद्धि की गयी है.जेटली ने सार्वजनिक स्वास्थ्य को प्रोत्साहन की जरुरत पर बल देते हुए कहा, ‘‘65 एमएम की लंबाई तक की सिगरेट पर उत्पाद शुल्क में 25 प्रतिशत की बढोतरी की गयी है. अन्य लंबाई की सिगरेट पर उत्पाद शुल्क में 15 फीसद वृद्धि की गयी है. सिगार, चुरट व सिगारिलोस पर इतनी ही बढोतरी का प्रस्ताव है.
वित्त मंत्री ने पान मसाला, गुटखा व अन्य तंबाकू उत्पादों पर संयोजित शुल्क योजना में बदलाव किया है. बजट प्रस्तावों के अनुसार कट तंबाकू पर उत्पाद शुल्क 60 से बढाकर 70 रुपये प्रति किलोग्राम कर दिया गया है.सेवा कर में बढोतरी के बारे में वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘केंद्र व राज्यों को सेवाओं पर कर को लागू करने में सुगमता के लिए शिक्षा उपकर को उसमें मिलाते हुए सेवा कर को 12.36 प्रतिशत से बढाकर 14 फीसद किए जाने का प्रस्ताव किया जाता है.’’
सेवा कर में वृद्धि से होटलों में खाना व ठहरना, हवाई यात्रा , केबल व डीटीएच सेवाएं, ब्यूटी पार्लर में जाना, कुरियर सेवा, क्रेडिट व डेबिट कार्ड से संबंधित सेवाएं, ड्राई क्लिनिंग, स्टाक ब्रोकिंग, संपत्ति प्रबंधन व बीमा तथा कई प्रकार की अन्य गतिविधियां महंगी हो जाएंगी.हालांकि वित्त मंत्री ने आम आदमी को मूल्यवृद्धि से राहत देते हुए रोजाना के आम इस्तेमाल की वस्तुओं पर शुल्कों में कमी की है. 1,000 रुपये से अधिक के चमडे के जूते चप्पल सस्ते होंगे. इन पर उत्पाद शुल्क 12 से घटाकर 6 प्रतिशत किया गया है.
पैकेटबंद फल व सब्जियां भी सस्ती होंगी. इनकी प्री कूलिंग, पकाने, खुदरा पैकिंग व लेबलिंग को सेवा कर से छूट दी गई है.इसी तरह स्थानीय स्तर पर विनिर्मित मोबाइल फोन, एलईडी-एलसीडी पैनल, एलईडी लाइट और एलईडी लैंप पर उत्पाद शुल्क में कटौती की गई है.
माइक्रोवेव अवन भी सस्ता होगा. इसके विनिर्माण में काम आने वाले प्रमुख कलपुर्जे मैग्नेट्रॉन को मूल सीमा शुल्क से छूट दी गई है. पहले इस पर पांच प्रतिशत का सीमा शुल्क लगता था. रेफ्रिजरेटर की कीमतों में भी कमी आ सकती है. इसके विभिन्न कलपुजरें पर आयात शुल्क घटाया गया है.
इसी तरह सोलर वॉटर हीटर के दाम भी घटेंगे. इस पर उत्पाद शुल्क बदलकर सेनवैट क्रेडिट के बिना 12 प्रतिशत से शून्य, वहीं सेनवैट क्रेडिट के साथ इसे 12.5 प्रतिशत किया गया है. अगरबत्ती के दाम भी कम होंगे. इन पर अब उत्पाद शुल्क नहीं लगेगा. पेसमेकर कीमतांे में भी कमी आएगी. इसके विनिर्माण में काम आने वाली कुछ विशेष वस्तुओं को शुल्क से छूट दी गई है.
एंबुलेंस व एंबुलेंस सेवाओं के दाम भी घटेंगे. ऐसे वाहनों की चेसिस पर उत्पाद शुल्क को 24 से घटाकर 12.5 प्रतिशत कर दिया है. वहीं मरीजों के लिए दी जाने वाली सभी एंबुलेंस सेवाओं को सेवा कर की छूट मिलेगी.संग्रहालय, चिडियाघर, राष्ट्रीय पार्कों, वन्य जीव अभयारण्य या बाघ अभयारण्य जाना अब सस्ता होगा. वित्त मंत्री ने ऐसी गतिविधियों पर सेवा कर की छूट दी है.

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