नयी दिल्लीः यौन उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद क्लाइमेट चेंज पर काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की संस्था इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) के निदेशक आर के पचौरी का इस्तीफा प्रधानमंत्री ने स्वीकार कर लिया है. पचौरी ने इसी सप्ताह मंगलवार को अपने इस पद से इस्तीफा देने का फैसला किया था.
आईपीसीसी के अलावा पचौरी ‘द एनर्जी एंड रिसोर्सेस इंस्टीट्यूट’ यानी टेरी के महानिदेशक भी हैं और आरोप लगाने वाली महिला रिसर्चर भी टेरी में ही काम करती है. दिल्ली की एक अदालत ने पचौरी को अंतरिम राहत देते हुए 26 फरवरी तक उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है. पचौरी जब इंटरगर्वमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) नामक संस्था के चेयरपर्सन थे तब इस संस्था को पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर नोबेल पुरस्कार मिला था.
टेरी में बतौर रिसर्च एनालिस्ट काम करने वाली 29 वर्षीय युवती ने आरोप लगाया है कि पचौरी ने उसे ई-मेल और व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक मैसेज भेजे. पुलिस के अनुसार, युवती ने पचौरी को ऐसा करने से कई बार मना किया, लेकिन वह नहीं माने. इसके बाद उसने 13 फरवरी को पुलिस में शिकायत की, 18 फरवरी को पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया.