नयी दिल्ली : कुछ वरिष्ठ नेताओं द्वारा आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल को पद से हटाने का प्रयास करने के आरोपों के बीच, योगेंद्र यादव ने सोमवार को कहा कि उन्होंने और प्रशांत भूषण ने भी पार्टी प्रमुख के पद से उनके इस्तीफे को खारिज किया था. हालांकि उन्होंने कहा कि पार्टी किसी एक व्यक्ति के इर्दगिर्द नहीं घूमनी चाहिए.
यादव ने एक समाचार चैनल से कहा, ‘‘हमने अपना हाथ उठाया. हमने कहा कि हम उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं कर सकते। उन्हें राष्ट्रीय संयोजक के रुप में पद पर बने रहना चाहिए क्योंकि वह इसके हकदार हैं.’’ गौरतलब है कि केजरीवाल ने बीते सप्ताह राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अपना इस्तीफा देने की पेशकश की थी.
यादव, भूषण की आप पीएसी से होगी विदाई ?
आप में मतभेद और गहराने के साथ नेतृत्व बुधवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव जैसे नेताओं के खिलाफ कदम उठा सकता है और पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति :पीएसी: से इन्हें हटाया जा सकता है.आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह के एक प्रेस सम्मेलन में पार्टी के कठोर रुख का संकेत मिला। उन्होंने यादव और भूषण का नाम तो नहीं लिया, लेकिन आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पार्टी के संयोजक पद से हटाने की कोशिश हो रही है. उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेता शांति भूषण पर भी एक साक्षात्कार में दिये गए बयान के लिए निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा कि केजरीवाल की जगह यादव को होना चाहिए.
सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पार्टी के भीतर ही कुछ वरिष्ठ नेता अरविंद केजरीवाल को निशाना बनाकर और पार्टी की छवि धूमिल कर उन्हें राष्ट्रीय संयोजक के पद से हटाने की कोशिश कर रहे हैं.’’ भूषण और यादव का नाम लिये बिना उन्होंने वरिष्ठ नेताओं के बयानों और पत्रों का जिक्र किया, जिससे पार्टी का मजाक बना. राजनीतिक मामलों की समिति :पीएसी: के सदस्य के खत को मीडिया में लीक करने पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया के जरिए सार्वजनिक करने की बजाए पार्टी मंच पर इसकी चर्चा होनी चाहिए.