मणिशंकर अय्यर का अफजल गुरु पर उमड़ा प्रेम, कहा उसे फांसी पर लटका कर हुई नाइंसाफी
नयी दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने आज एक नये विवाद को जन्म दे दिया, जो कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है. अय्यर ने आज संसद परिसर में कहा कि अफजल के खिलाफ प्रमाण नहीं था, फिर भी उसे फांसी पर लटकाया गया. उन्होंने कहा कि […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने आज एक नये विवाद को जन्म दे दिया, जो कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है. अय्यर ने आज संसद परिसर में कहा कि अफजल के खिलाफ प्रमाण नहीं था, फिर भी उसे फांसी पर लटकाया गया. उन्होंने कहा कि उसे फांसी दिये जाने के समय मैं दुखी था.
कांग्रेस नेता ने कहा कि जो हुआ सो हुआ, अब उसके शव के अवशेष की मांग उसके परिजन अगर सरकार से कर रहे हैं, तो उन्हें सौंप देना चाहिए. मालूम हो कि अफजल मुद्दे पर ही आज मणिशंकर की पार्टी कांग्रेस ने सरकार की लोकसभा में जबरदस्त घेराबंदी की और इस पूरे मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बयान की मांग की है.
उधर, गृह मंत्रलय के सूत्रों का कहना है कि जेल नियमों के अनुसार, सरकार अफजल गुरु के शव के अवशेष उसके परिजनों को नहीं सौंप सकती है. सूत्रों का कहना है कि अलगावादी ऐसे में उसे घाटी में शहीद के रूप में पेश कर सकते हैं. साथ ही उसका स्मारक भी बनाया जा सकता है. मालूम हो कि अफजल गुरु पर संसद पर 2001 में हुए हमले का आरोप था और इस मामले में उसे 2013 में फांसी दी गयी.