दुष्कर्मी मुकेश सिंह का अजीब बयान : चुप रहने पर निर्भया की बच जाती जिंदगी

नयी दिल्ली : 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली के चर्चित निर्भया गैंगरेप कांड के एक दोषी ने चौंकाने वाला बयान दिया है. उसे अपनी करतूत पर कोई शर्म नहीं है. निर्भया कांड के दोषी मुकेश सिंह ने इस गैंगरेप के लिए पीड़ित लड़की को जिम्मेवार ठहराया है. उसने कहा है कि दुष्कर्म के लिए एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 3, 2015 4:10 PM
नयी दिल्ली : 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली के चर्चित निर्भया गैंगरेप कांड के एक दोषी ने चौंकाने वाला बयान दिया है. उसे अपनी करतूत पर कोई शर्म नहीं है. निर्भया कांड के दोषी मुकेश सिंह ने इस गैंगरेप के लिए पीड़ित लड़की को जिम्मेवार ठहराया है. उसने कहा है कि दुष्कर्म के लिए एक लड़के से ज्यादा लड़की जिम्मेवार होती है. उसके इस बयान के मीडिया में आने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रलय ने तिहाड़ जेल प्रशासन को इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है.
तिहाड़ जेल में बंद दोषी मुकेश सिंह ने बीबीसी को दिये इंटरव्यू में कहा है कि अगर निर्भया चुप रहती, प्रतिरोध नहीं करती तो उसकी जान नहीं जाती. उसने कहा कि जो महिलाएं रात को बाहर निकलती हैं, वे बदमाशों का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए खुद जिम्मेवार होती हैं. एक लड़की दुष्कर्म के लिए आरोपी लड़के से कहीं अधिक जिम्मेवार होती है. मालूम हो कि 16 दिसंबर 2012 को 32 साल की निर्भया के साथ दिल्ली की चलती बस में दुष्कर्म किया गया था, जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गयी थी और शरीर के अंदरूनी अंगों में चोट लगने के कारण उसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी थी. घटना के समय मुकेश बस चला रहा था.
बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के लिए इंटरव्यू में उसने कहा कि अगर निर्भया व उसके दोस्त ने झगड़ा नहीं किया होता तो उन्हें इस कदर हम नहीं पीटते और न ही लड़की की जान जाती. उसने कहा कि जब दुष्कर्म हो रहा था, तब उसे प्रतिरोध नहीं करना चाहिए. उसे उस समय चुप रहना चाहिए था. उसने कहा कि अगर ऐसा होता तो हम उसे कहीं छोड़ देते.
अपने साक्षात्कार में उसने कहा कि ताली एक हाथ से नहीं बजती और शरीफ लड़की रात में नौ बजे सड़कों पर नहीं घूमती. उसने कहा कि लड़की अपने रेप के लिए लड़के से ज्यादा जिम्मेवार होती है. उसने यह भी कहा कि लड़का और लड़की दोनों एक बराबर नहीं होते. उसने कहा कि लड़कियों का काम घर की देखभाल करना है न कि गलत काम करना व गलत कपड़े पहनना. उसने एक चौंकाने वाली बात कही कि सिर्फ 20 प्रतिशत लड़कियां ही सही हैं. दरअसल, इस इंटरव्यू के जरिये भारत में महिलाओं के अधिकार व भारतीय महिलाओं के प्रति पुरुषों के नजरिये को दिखाया जायेगा.
उधर, पीड़िता निर्भया के माता-पिता ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जतायी है और मुकेश के बयान को बकवास बताते हुए कानूनी कार्रवाई की बात कही है. उन्होंने कहा है कि वह एक अपराधी है और उसके ऐसे बयान हमारे लिए कोई मायने नहीं रखते हैं. उन्होंने कहा है कि ऐसे अपराध के दोषियों को फांसी की सजा देनी चाहिए.

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