केजरीवाल ने मानी मोदी की सलाह, ”आप” के कलह के बीच आज शाम होंगे बेंगलुरु रवाना
नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 10 दिनों तक प्राकृतिक चिकित्सा उपचार कराने के लिए आज बेंगलुरु जायेंगे. वह रक्त शर्करा के उच्च स्तर और पुरानी खांसी से पीडित हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केजरीवाल की अनुपस्थिति में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार के रोजमर्रा के कामकाज देखेंगे. रोचक है […]
नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 10 दिनों तक प्राकृतिक चिकित्सा उपचार कराने के लिए आज बेंगलुरु जायेंगे. वह रक्त शर्करा के उच्च स्तर और पुरानी खांसी से पीडित हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केजरीवाल की अनुपस्थिति में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार के रोजमर्रा के कामकाज देखेंगे. रोचक है कि कुछ हफ्ते पहले दिल्ली पुलिस के ‘एट होम’ कार्यक्रम के दौरान लगातार खांस रहे केजरीवाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में एक योग चिकित्सक से मिलने की सलाह दी थी.
आप सूत्रों ने बताया, ‘‘केजरीवाल बुधवार शाम बेंगलुरु के लिए रवाना होंगे.’’ केजरीवाल से जुडे करीबी सूत्रों ने बताया, ‘‘पिछले 10 दिनों से अरविंद के रक्त शर्करा का स्तर 300 से उपर रह रहा है. चिकित्सकों ने उनके इंसुलिन की खुराक तीन गुणा और दवाईयों की खुराक दो गुणा बढा दी, बावजूद इसके उनकी खांसी बढती जा रही है और रक्त शर्करा का स्तर भी लगातार उच्च स्तर पर बना हुआ है.’’
केजरीवाल बेंगलुरु में एक प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में उपचार कराएंगे. उन्होंने बताया, ‘‘दिल्ली चुनाव के व्यस्त अभियान के दौरान उनकी खांसी बढती गई. वह पुरानी एलर्जिक खांसी से पीडित हैं. दिल्ली में 110 जन सभाओं को संबोधित करने के दौरान सांस के साथ धूलकण और प्रदूषिण कण जाने से स्थिति और बिगड गई.’’
आप के वरिष्ठ नेताओं ने की केजरीवाल से मुलाकात
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने मंगलवार को दिल्ली सचिवालय में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की. केजरीवाल आज होने जा रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल नहीं होंगे, इसलिए भावी रणनीति पर चर्चा करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनसे मुलाकात की. सूत्रों ने बताया कि आप के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता, दिल्ली इकाई के समन्वयक एवं सचिव दिलीप पांडेय और अन्य पार्टी नेता भी बैठक में मौजूद थे.
उन्होंने बताया कि केजरीवाल ने बुधवार की बैठक में शामिल न होने पाने के लिए अपने खराब स्वास्थ्य और आधिकारिक प्रतिबद्धताओं को कारण बताया. सूत्रों के अनुसार, उन्होंने बुधवार की रणनीति पर चर्चा की जिसमें योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पीएसी से हटाने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया जाएगा.