“आप” नेता योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण की पीएसी से छुट्टी
नयी दिल्लीःआप कार्यकारिणी की बैठक खत्म हो गयी है .योगेंद्र यादव के साथ प्रशांत भूषण को भी पीएसी से हटा दिया गया है. करीब छह घंटे तक आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की चली बैठक से बाहर निकले योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने खुद मीडिया के सामने कहा कि दोनों को पार्टी की पीएसी से […]
नयी दिल्लीःआप कार्यकारिणी की बैठक खत्म हो गयी है .योगेंद्र यादव के साथ प्रशांत भूषण को भी पीएसी से हटा दिया गया है. करीब छह घंटे तक आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की चली बैठक से बाहर निकले योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने खुद मीडिया के सामने कहा कि दोनों को पार्टी की पीएसी से निकाल दिया गया है और कार्यकारिणी की बैठक में जो भी फैसला लिया गया है मैं उसका सम्मान करता हूं.
योगेंद्र यादव ने कहा कि इस बारे में और अधिक पार्टी के अधिकृत प्रवक्ता बताएंगे क्योंकि मैं इसके लिए अधिकृत नहीं हूं. जाहिर है कि यादव को पार्टी के मुख्य प्रवक्ता के पद से भी हटा दिया गया है. हालांकि यादव ने कहा कि मैं पार्टी के एक अनुशासित कार्यकर्ता के रुप में पार्टी जो भी जिम्मेवारी देगी निभाता रहूंगा. प्रशांत भूषण ने मीडिया से काफी कम बात की. उन्होंने केवल इतना कहा कि योगेंद्र और मुझे पीएसी की सदस्यता से फिलहाल हटा दिया गया है. पार्टी ने बहुमत से यह फैसला लिया है.
बैठक के बाद पार्टी नेता कुमार विश्वास ने मीडिया से कहा कि योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण अब पीएसी के सदस्य नहीं रहे. उन्होंने कहा कि लेकिन उनको नयी जिम्मेवारियां दी जाएगी. उन्होंने कहा कि पूरा संगठन पार्टी के साथ है. पार्टी के अंदर किसी तरह का मतभेद नहीं है.
इस बीच एक बडा फैसला यह भी हुआ है कि अरविंद केजरीवाल पार्टी के संयोजक बने रहेंगे. राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने उनके इस्तीफे को नामंजूर कर दिया है.
सबसे पहले आम आदमी पार्टी के अंदर चल रहे अंतर्कलह के बीच आज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में योगेंद्र यादव को पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (पीएसी) की सदस्यता से हटाया गया.योगेंद्र यादव को पार्टी के मुख्य प्रवक्ता पद से भी हटा दिया गया है.
वहीं दूसरी ओर पार्टी ने इन खबरों का खंडन किया था कि केजरीवाल ने आज की बैठक से पहले फिर से पद छोडने की पेशकश की और कहा कि पिछले हफ्ते हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान उन्होंने इस्तीफा देने की जो पेशकश की थी वो अभी तक कायम है. उन्होंने उसे वापस नहीं लिया है.पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ‘‘ अरविंद ने फिर से इस्तीफा नहीं दिया है.