निर्भया कांड : पिता ने पीएम से पूछा- जब बेटी बचेगी ही नहीं तो बेटी पढेगी कैसे
बलिया : दिल्ली में चलती बस में सामूहिक दरिंदगी का शिकार हुई ‘निर्भया’ के परिजन बीबीसी की डॉक्यूमेंटरी से काफी दुखी हैं. जहां एक ओर बीबीसी ने ब्रिटेन में इसका प्रसारण कर दिया है वहीं उनके परिजन ने कहा कि यह हमारे देश को शर्मिंदा करने वाली खबर हैं. निर्भया के पिता ने कहा कि […]
बलिया : दिल्ली में चलती बस में सामूहिक दरिंदगी का शिकार हुई ‘निर्भया’ के परिजन बीबीसी की डॉक्यूमेंटरी से काफी दुखी हैं. जहां एक ओर बीबीसी ने ब्रिटेन में इसका प्रसारण कर दिया है वहीं उनके परिजन ने कहा कि यह हमारे देश को शर्मिंदा करने वाली खबर हैं. निर्भया के पिता ने कहा कि अगर चैनल ने प्रति बंध के बावजूद इसका प्रसारण किया है तो यह हमारे देश के लिए सचमुच शर्मिंदा करने वाली खबर है.उन्होंने कहा कि यदि बीबीसी भारत में भी इसका प्रसारण करती है तो हमें इसमें कोई परेशानी नहीं है लेकिन सरकार ने इसपर प्रतिबंध लगाया है और मैं इसके साथ हूं. निर्भया के पिता ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीसे पूछना चाहता हूं कि जब बेटी बचेगी ही नहीं तो बेटी पढेगी कैसे?
Mai PM se poochna chahta hun, jab beti bachegi nahi toh beti padhegi kaise? Nirbhaya’s father on Nirbhaya documentary pic.twitter.com/1Dgt7jJUiB
— ANI (@ANI) March 5, 2015
निर्भया की मां ने कहा कि हमें लगता है कि हम लड़ते लड़ते मर जायेंगे लेकिन उन्हें सजा नहीं मिलेगी. आपको बता दें कि कल सदन में इस डॉक्यूमेंटरी को लेकर जमकर हंगामा हुआ था जिसके बाद सरकार ने इसपर प्रतिबंध लगा दिया था. इससे पहले निर्भया के परिजन ने इस मामले में दोषी ठहराये गये मुजरिम मुकेश सिंह द्वारा वारदात के लिये लडकी को ही जिम्मेदार बताने वाले बयान की कडी निन्दा करते हुए उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कही है.
This is an insult to country, if channel airs it despite ban : Nirbhaya’s faher on Nirbhaya Documentary pic.twitter.com/YhyY7KBTp5
— ANI (@ANI) March 5, 2015
निर्भया की मां ने उनकी बेटी के गुनहगार मुकेश का बयान बेहद शर्मनाक और कानून का मजाक उडाने वाला है. यह कानूनी प्रक्रिया के लचीलेपन का नतीजा है कि जेल में बंद होने के बाद भी मुजरिम अपनी घिनौनी हरकत को उचित ठहराने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि अगर आरोपियों को मिली सजा पर जल्द अमल हो जाता तो मुकेश ऐसी बात कहने की हिम्मत नहीं कर पाता. साथ ही, लडकियों तथा महिलाओं से होने वाली खौफनाक घटनाओं पर भी रोक लगाने में मदद मिलती.
Had they even aired it in India I wouldn't have had problem,but when govt bans it, I am with them: Nirbhaya’s father on Nirbhaya Documentary
— ANI (@ANI) March 5, 2015