”आप” में घमासान के बीच केजरीवाल का ईलाज बेंगलुरु में शुरू

बेंगलुरु : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी पुरानी खांसी और रक्त शर्करा के अनियंत्रित स्तर के इलाज हेतु प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में गुरूवार को भर्ती हुए. उनका इलाज 10 दिन तक चलने वाला है. वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के नेता मयं‍क गांधी ने अपने ब्लॉग में योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 6, 2015 9:56 AM

बेंगलुरु : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी पुरानी खांसी और रक्त शर्करा के अनियंत्रित स्तर के इलाज हेतु प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में गुरूवार को भर्ती हुए. उनका इलाज 10 दिन तक चलने वाला है. वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के नेता मयं‍क गांधी ने अपने ब्लॉग में योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर कार्रवाई की वजह अरविंद केजरीवाल को बताकर पार्टी से बगावत कर दी है. अब देखना है कि इलाज कराने के बाद जब केजरीवाल वापस दिल्ली आते हैं तो इसका जवाब वे कैसे देते हैं.

अपने माता-पिता के साथ 46 वर्षीय आप नेता कल दोपहर हवाई अड्डे पर उतरे और वहां से वह सीधा शहर के बाहर तुमकुर रोड स्थित ‘जिंदल नेचर केयर इंस्टीट्यूट’ पहुंचे. चार चिकित्सकों के दल ने तुरंत मुख्यमंत्री का इलाज शुरू कर दिया. ‘जिंदल नेचर केयर इंस्टीट्यूट’ के मुख्य चिकित्सा डॉक्टर बाबिना नंदकुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उनके रक्त में शर्करा का स्तर अनियंत्रित है और खांसी की बीमारी है. अभी तक हमने मूल ईसीजी की है.. कल हम उपवास और भोजन के बाद रक्त में शर्करा का स्तर जांचेंगे और उनके सामान्य स्वास्थ्य की जांच होगी. ’’नंदकुमार ने कहा, ‘‘हमारे चार वरिष्ठ चिकित्सकों का समूह उनका ख्याल रख रहा है, इसलिए हम सभी साथ मिलकर काम करेंगे.. एक्यूपंक्चर, फिजियोथेरेपी योग सभी विशेषज्ञ वहां होंगे.

इसलिए सभी मिलकर उनकी चिकित्सा तय करेंगे.’’ उन्होंने बताया कि पहले चरण का इलाज शुरु हो चुका है जिसके तहत उनके शरीर के विभिन्न हिस्सों से विषाक्त तत्वों को हटाया जा रहा है और प्राकृतिक चिकित्सा शुरू कर दी गयी है. हमने मिट्टी का लेप, आंखों पर लेप, ऐनेमा, मालिश और वाष्प के जरिए इलाज शुरु कर दिया है. केजरीवाल ‘नेस्ट’ में रह रहे हैं जिसमें दो कमरे, एक हॉल और एक चिकित्सा कक्ष है. यह परमार्थ आधुनिक प्राकृतिक चिकित्सा और योग चिकित्सालय करीब 100 एकड में फैला हुआ है.

केजरीवाल के दिनचर्या के बारे में नंदकुमार ने कहा कि यह सुबह साढे पांच बजे शुरु होगी. चिकित्सक ने कहा, ‘शुक्रवार को हम दिन की शुरुआत उनके रक्त की जांच से करेंगे, फिर यौगिक क्रियाएं, प्राणयाम, हास्य चिकित्सा, विभिन्न योगासनों के बाद शाम तक उनकी प्राकृतिक चिकित्सा चलेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनका एक्यूपंक्चर, फिजियोथेरेपी, योगनिद्रा, जलक्रियाओं से इलाज होगा। इसी प्रकार से रात साढे आठ बजे तक उनके विभिन्न इलाज किए जाएंगे.’’

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