विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने की श्रीलंकाई राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना से मुलाकात
कोलंबो/नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की श्रीलंका यात्रा की तैयारियों के तहत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शुक्रवार को यहां पहुंचीं और अपनी यात्रा के पहले दिन श्रीलंकाई राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना से मुलाकात की.मोदी की श्रीलंका यात्रा पिछले करीब 25 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की प्रथम द्विपक्षीय यात्रा होगी. वहीं दूसरी ओर एक तमिल […]
कोलंबो/नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की श्रीलंका यात्रा की तैयारियों के तहत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शुक्रवार को यहां पहुंचीं और अपनी यात्रा के पहले दिन श्रीलंकाई राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना से मुलाकात की.मोदी की श्रीलंका यात्रा पिछले करीब 25 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की प्रथम द्विपक्षीय यात्रा होगी.
वहीं दूसरी ओर एक तमिल न्यूज चैनल से बात करते हुए श्रीलंकन प्रधानमंत्री रॉनिल विक्रमासिंघे ने कहा है कि श्रीलंकन नौसेना अपने कानून के अनुसार काम करती है. यदि भारतीय मछुआरे लंकन के क्षेत्र वाले जल में आयेंगे तो वे उन्हें भगाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि यदि कोई मेरे घर के नियम को तोड़ने का प्रयास करेगा तो हम उसे उसे गोली मार देंगे. यदि वह इसमें मारा जाता है तो कानून मुझे ऐसा करने की इजाजत देता है. यह हमारा जल क्षेत्र है.
सुषमा से मुलाकात के दौरान सिरीसेना ने कहा कि श्रीलंका मोदी की अगले हफ्ते होने वाली यात्रा की तैयारी कर रहा है. उन्होंने सुषमा को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है.
सिरीसेना ने सुषमा से यह भी कहा कि उनका देश सभी समुदायों को साथ लेकर चलने की प्रक्रिया में है. पिछले कुछ सालों में श्रीलंका को भारत की ओर से मिल रहे मजबूत समर्थन का जिक्र करते हुए श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में भी इसी तरह के समर्थन की उम्मीद कर रहे हैं. दो दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंची सुषमा स्वराज का हवाईअड्डे पर उप विदेश मंत्री अजीत पी पीरा ने स्वागत किया. सुषमा इससे पहले लोकसभा में विपक्ष की नेता के तौर पर 2012 में श्रीलंका की यात्र पर आई थीं.
दो दिनों के प्रवास में विदेश मंत्री श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे और विदेश मंत्री मंगला समरवीरा से भी मुलाकात करेंगी. समरवीरा ने सुषमा के स्वागत में रात्रिभोज दिया. मोदी अपनी श्रीलंका यात्र में वहां की संसद को संबोधित करेंगे. गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के शासनकाल के दौरान भारत..श्रीलंका के संबंधों में पिछले कुछ बरसों में तनाव देखा गया था.