शाह ने संघ नेताओं से जम्मू कश्मीर और अन्य मुद्दों पर की चर्चा

नयी दिल्ली/नागपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अगले सप्ताह होने जा रही तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से भेंट की. बताया जाता है कि उन्होंने जम्मू कश्मीर में पीडीपी के साथ भाजपा के गठबंधन और वहां के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की विवादास्पद टिप्पणियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2015 8:39 PM

नयी दिल्ली/नागपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अगले सप्ताह होने जा रही तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से भेंट की. बताया जाता है कि उन्होंने जम्मू कश्मीर में पीडीपी के साथ भाजपा के गठबंधन और वहां के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की विवादास्पद टिप्पणियों आदि के बारे में चर्चा की. नागपुर में संघ के मुख्यालय में शाह, भागवत और संघ में नंबर दो सुरेश भैया जोशी के बीच आठ घंटे से अधिक समय तक बैठक हुई.

भाजपा और संघ के नेताओं ने हालांकि इस बैठक को ‘‘सामान्य’’ बताया, सूत्रों ने कहा कि बैठक के दौरान भाजपा प्रमुख ने जम्मू कश्मीर में पीडीपी-भाजपा गठबंधन के साझा न्यूनतम कार्यक्रम, अनुच्छेद 370 और अगले सप्ताह संसद में आने वाले विवादास्पद भूमि अधिग्रहण विधेयक पर पार्टी की स्थिति के बारे में चर्चा की.सईद द्वारा जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनावों के शांतिपूर्ण संपन्न होने का श्रेय पाकिस्तान और हुर्रियत को दिए जाने के परिप्रेक्ष्य में शाह की संघ के शीर्ष नेतृत्व से हुई बैठक को महत्पूर्ण माना जा रहा है. भाजपा ने हालांकि सईद के ऐसे बयानों से अपने को ‘‘पूर्णत: अलग’’ करने की घोषणा की है.जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के बयान से उत्पन्न विवाद के चलते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद में स्पष्टीकरण दिया कि केंद्र सरकार सईद की बात से सहमत नहीं है.
यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि संघ की प्रतिनिधि सभा शीर्ष निर्णय लेने वाली इकाई है. 13 से 15 मार्च तक नागपुर में होने वाली इस वार्षिक बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे.शाह ने नहीं बताया कि संघ के नेताओं के साथ उनकी बातचीत में किन बातों पर चर्चा हुई, लेकिन नेताओं ने बताया कि देश के महत्वपूर्ण राजनीतिक घटाक्रमों पर विचार विमर्श किया गया.
बताया जाता है कि शाह ने भाजपा की अपनी नई टीम के बारे में भी चर्चा की जिसकी शीघ्र ही घोषणा की जा सकती है. इसकी जरुरत इसलिए पडी है क्योंकि पार्टी के कुछ प्रमुख पदाधिकारी नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल के हाल के फेरबदल में मंत्री बन गए हैं.

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