नयी दिल्ली : महिलाओं के खिलाफ हिंसा की निंदा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि संकट की स्थिति में महिलाओं की सहायता करने के लिए ‘वन स्टाप सेंटर्स’ और ‘मोबाइल हेल्पलाइनों’ की स्थापना की जाएगी. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर एक संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जब हम महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं के बारे में सुनते हैं तो हमारे सर शर्म से झुक जाते हैं. हमें महिलाओं के खिलाफ हर तरह के भेदभाव और अन्याय को खत्म करने के लिए कंधे से कंधा मिला कर चलना होगा.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज हम महिलाओं को हमारी विकास यात्रा का समान और अभिन्न हिस्सा बनाने का अपना संकल्प फिर से दोहराते हैं.’ मेरी सरकार ने महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कई कदम उठाए हैं. यह भारत की प्रगति के हमारे विजन तथा हमारे सभी नागरिकों के लिए सम्मानपूर्ण जीवन एवं अवसर के केंद्र में है.’
उन्होंने इस विजन को हकीकत में बदलने के लिए हर तरह के सहयोग का आह्वान करते हुए कहा, ‘सरकार वन स्टॉप सेंटर्स की स्थापना कर रही है जो हिंसा या दुर्व्यवहार का सामना करने वाली महिलाओं को सहायता, कानूनी सलाह तथा मनोवैज्ञानिक काउंसेलिंग मुहैया कराएंगे.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘सरकार एक मोबाइल हेल्पलाइन भी शुरू कर रही है ताकि महिलाएं काउंसेलिंग तथा परामर्श संबंधी सेवाओं तक पहुंच के लिए 181 नंबर डायल कर उन्हें हासिल कर सकें.’ प्रधानमंत्री ने ‘अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के अदम्य साहस और उल्लेखनीय उपलब्धियों’ को सलाम करते हुए कहा ‘विभिन्न योजनाओं और पहलों के माध्यम से हमारी सरकार महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.’
उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट में व्यापक सामाजिक सुरक्षा योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना और अटल पेंशन योजना आदि का जिक्र है जिनका महिलाओं को बडा लाभ होगा. मोदी ने कहा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढाओ’ योजना बच्चियों के प्रति रुख में बदलाव लाने की एक कोशिश है जिसमें उनकी शिक्षा पर जोर दिया गया है. इसी तरह सुकन्या समृद्धि योजना युवतियों की शिक्षा और विवाह में सहयोग मुहैया कराएगी.