दुष्कर्मियों को सार्वजनिक रुप से फांसी देने का कठोर कानून बनाया जाए: उषा

इंदौर (मप्र): नगालैंड के दीमापुर में भीड द्वारा बलात्कार के आरोपी को सरेआम पीट पीट कर मारने की घटना को उचित मानते हुए मध्यप्रदेश में सत्तारुढ भाजपा की राज्य इकाई की उपाध्यक्ष और पार्टी की स्थानीय विधायक उषा ठाकुर ने आज कहा कि दुष्कर्मियों को सार्वजनिक रुप से फांसी पर लटकाने का कानून बनाना चाहिये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 8, 2015 4:42 PM
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इंदौर (मप्र): नगालैंड के दीमापुर में भीड द्वारा बलात्कार के आरोपी को सरेआम पीट पीट कर मारने की घटना को उचित मानते हुए मध्यप्रदेश में सत्तारुढ भाजपा की राज्य इकाई की उपाध्यक्ष और पार्टी की स्थानीय विधायक उषा ठाकुर ने आज कहा कि दुष्कर्मियों को सार्वजनिक रुप से फांसी पर लटकाने का कानून बनाना चाहिये और उनका अंतिम संस्कार भी नहीं किया जाना चाहिये.

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर जिला महिला सशक्तिकरण कार्यालय द्वारा विभिन्न मामलों में उल्लेखनीय काम करने वाली जिले की 30 महिलाओं के सम्मान समारोह के बाद उषा ने आज यहां संवाददाताओ से कहा, ‘‘अबोध लडकियों के साथ बलात्कार करने वालों के खिलाफ कठोर कानून बनाने की जरुरत है. दुष्कर्मियों को सार्वजनिक रुप से फांसी पर लटका देना चाहिये और उनका अंतिम संस्कार भी नहीं किया जाना चाहिये.’’

उन्होंने नगालैंड के दीमापुर में भीड द्वारा बलात्कार के आरोपी को सरेआम पीट पीट कर मारने की घटना को उचित बताते हुए कहा कि दुष्कर्मियों के खिलाफ ऐसा ही कडा कानून बनना चाहिये क्योंकि जो बलात्कार कर रहा है वह मनुष्य की श्रेणी में ही नहीं आता. किसी का जीवन निर्थक खराब कर वह पशुता से भी गिरा हुआ काम कर रहा है. इसलिये उसके लिये इतना ही कठोर दंड होना चाहिये. भाजपा नेता ने कहा कि मानवाधिकार के नाम पर चल रहा ढोंग बंद होना चाहिये, जो महिला उत्पीडन के आरोपियों को लाभ पहुंचाता है.
उषा ने कहा, ‘‘महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों विशेषकर बलात्कार के खिलाफ कडे कानून बनाने की आवश्यकता है. तथा दुष्कर्मियों को शीघ्रता से कठोरतम दंड मिलना चाहिये. इसके लिये वह देश में अलख जागरण का काम करेगीं.’’ उन्होंने कहा कि केवल नाबालिग होने के आधार पर दुष्कर्म के आरोपी को कानून में कोई छूट नहीं दी जानी चाहिये.भाजपा नेता ने दुष्कर्म के मामलों में नाबालिग होने की उम्र सीमा घटाकर 14 वर्ष करने की भी वकालत की.

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