आधुनिकता के लबादे में लिपटा शहीद भगत सिंह का पैतृक गांव
चंडीगढ़: पंजाब में स्थित स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह का पैतृक गांव आज बेहद आधुनिक रुप ले चुका है. किसी आधुनिक टाउनशिन की तरह इस गांव में भी पक्की सड़कें, स्टरीट लाइटें, अच्छी तरह से डिजाइन किए गए पार्क और महलनुमा बंगलें देखने को मिलते हैं.पंजाब के नवां शहर जिले में स्थित स्वतंत्रता सेनानी के […]
चंडीगढ़: पंजाब में स्थित स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह का पैतृक गांव आज बेहद आधुनिक रुप ले चुका है. किसी आधुनिक टाउनशिन की तरह इस गांव में भी पक्की सड़कें, स्टरीट लाइटें, अच्छी तरह से डिजाइन किए गए पार्क और महलनुमा बंगलें देखने को मिलते हैं.पंजाब के नवां शहर जिले में स्थित स्वतंत्रता सेनानी के पैतृक गांव खटकर कलां के सरपंच सुखविंदर सिंह ने कहा कि सरकार की कोशिशों की बदौलत यह गांव आज सभी सुविधाओं से लैस एक आधुनिक टाउनशिप बन चुका है.
चंडीगढ़ से करीब सौ किलोमीटर दूर चंडीगढ़-पठानकोट राजमार्ग पर स्थित इस गांव में देश के ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों के उलट न तो गंदी गलियां हैं और न ही धूल भरी सड़कें. हालांकि यहां की आधी से अधिक आबादी विदेशों में पलायन कर चुकी है और उनके विशाल बंगले खाली पड़े हैं.लगभग तीन हजार की आबादी वाले इस गांव में 50 से अधिक महलनुमा बंगलें हैं. यहां स्वतंत्रता सेनानी के पैतृक घर से सटा हुआ भी एक बंगला खड़ा है.इन्हीं में से एक बंगले की रखवाली करने वाले वृद्ध चौकीदार हरदीप सिंह ने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से इस घर की रखवाली कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘बंगले के मालिक छह वर्षों में एक बार आते हैं. वे थोड़े समय तक यहां रकते हैं और चले जाते हैं.’’