हंगामे के कारण खाद्य विधेयक पर नहीं हो पायी चर्चा

नयी दिल्ली: बहुचर्चित राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक को चर्चा के लिए लिये जाने का सरकार का प्रयास आज लगातार दूसरे दिन विफल रहा. तेलंगाना मुद्दे पर लोकसभा की कार्यवाही बाधित होने के कारण ऐसा हुआ.दो बार के स्थगन के बाद जब सदन की बैठक दोपहर दो बजे शुरु हुई, खाद्य मंत्री के वी थामस विधेयक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2013 6:17 PM

नयी दिल्ली: बहुचर्चित राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक को चर्चा के लिए लिये जाने का सरकार का प्रयास आज लगातार दूसरे दिन विफल रहा. तेलंगाना मुद्दे पर लोकसभा की कार्यवाही बाधित होने के कारण ऐसा हुआ.

दो बार के स्थगन के बाद जब सदन की बैठक दोपहर दो बजे शुरु हुई, खाद्य मंत्री के वी थामस विधेयक पर बयान देने के लिए खडे हुए. तेलंगाना मुद्दे पर तेदेपा सदस्यों की नारेबाजी के बीच भाजपा सदस्य खडे होकर सदन में व्यवस्था कायम करने की मांग करने लगे.

भाजपा सदस्यों का कहना था कि वे खाद्य मंत्री की बात नहीं सुन पा रहे हैं. कांग्रेस के कुछ सदस्यों को हालांकि कहते सुना गया कि थामस जो भी कह रहे हैं, वे इयरफोन के जरिए आसानी से सुन सकते हैं.

इस बीच पृथक तेलंगाना के गठन को लेकर किये गये फैसले के खिलाफ तेदेपा सांसदों की आसन के सामने नारेबाजी जारी रही. हंगामे के बीच बैठक दोपहर तीन बजे तक के लिए स्थगित की गयी.

तीन बजे बैठक शुरु होने पर अध्यक्ष मीरा कुमार ने नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना के गश्ती दल पर हुए हमले के खिलाफ प्रस्ताव पढा और पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली द्वारा कल पारित भारत विरोधी प्रस्ताव को खारिज किया.

इसके बाद मीरा कुमार ने सदन की बैठक सोमवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दी.

कांग्रेस ने अपने सदस्यों को व्हिप जारी किया था कि जिस समय लोकसभा में खाद्य सुरक्षा विधेयक पर चर्चा हो रही हो, वे उपस्थित रहें. पार्टी का मानना है कि यह विधेयक उसके लिए आगामी चुनावों में ‘पासा पलटने वाला’ साबित होगा.

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को विधेयक पर सत्ताधारी पार्टी की ओर से पहले वक्ता के रुप में बोलना था. कल भी हंगामे की वजह से विधेयक पर चर्चा नहीं हो पायी थी. थामस बयान देने के लिए खडे हुए थे लेकिन शोरगुल और नारेबाजी के बीच उनकी आवाज सुनी नहीं जा सकी थी.

Next Article

Exit mobile version