केंद्र के बाद राजस्थान का बजट भी निराशाजनक – गहलोत
जयपुर: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र की तरह राजस्थान के बजट को भी निराशाजनक बताया है. उन्होंने कहा कि 15 लाख युवाओं को रोजगार देने का दावा करने वाली सरकार से उन लाखों युवाओं को निराशा हाथ लगी है जो रोजगार के लिए प्रयासरत हैं. गहलोत ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया में […]
जयपुर: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र की तरह राजस्थान के बजट को भी निराशाजनक बताया है. उन्होंने कहा कि 15 लाख युवाओं को रोजगार देने का दावा करने वाली सरकार से उन लाखों युवाओं को निराशा हाथ लगी है जो रोजगार के लिए प्रयासरत हैं.
गहलोत ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि कांग्रेस शासन के दौरान खराब वित्तीय प्रबंधन का बार-बार जुमला देकर खजाना खाली होने की बात करने वाली मुख्यमंत्री के लिए यह अवसर था, वो हमारी सरकार के खिलाफ श्वेत पत्र लाने में असफल रही परंतु बजट के माध्यम से हमारे वक्त के वित्तीय प्रबंधन को लेकर आरोप लगाने की बजाय वास्तविक कमियों को उजागर करती.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में प्रदेश की महत्वाकांक्षी रिफायनरी परियोजना को लेकर प्रदेशवासियों में आक्रोश है, इसको लेकर बजट में कोई जिक्र नहीं किया गया है. राजधानी जयपुर की मेट्रो के दूसरे फेज को लेकर भी बजट में कोई उल्लेख नहीं किया गया है.
गहलोत ने कहा कि झूठे सपने दिखाकर लोकलुभावन वादों के साथ सत्ता में आने वाली भाजपा सरकार का यह बजट भी घोषणाओं का पुलिन्दा भर है. पिछले बजट की घोषणाएं ही अभी तक पूरी नहीं की गई हैं.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने बजट भाषण में स्वयं कहा है कि प्रदेशवासियों को 200 करोड़ रुपये से अधिक की राहत प्रदान की है और कर प्रस्तावों से लगभग 500 करोड रुपये की अतिरिक्त आय संभावित है. यह अपने आप में स्पष्ट है कि आम आदमी के लिए इस बजट में कुछ भी नहीं है.