दसवीं कक्षा तक की छात्राओं को मिलेगी छात्रवृत्तिःनीतीश
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी आय वर्ग की पहली से लेकर दसवीं कक्षा तक की सभी छात्रओं को सरकारी स्कूलों में छात्रवृत्ति दिए जाने की आज घोषणा करते हुए आज कहा कि इसे इसी वर्ष से लागू कर दिया जाएगा. 67वें स्वतंत्रता दिवस पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आज राष्ट्र […]
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी आय वर्ग की पहली से लेकर दसवीं कक्षा तक की सभी छात्रओं को सरकारी स्कूलों में छात्रवृत्ति दिए जाने की आज घोषणा करते हुए आज कहा कि इसे इसी वर्ष से लागू कर दिया जाएगा. 67वें स्वतंत्रता दिवस पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आज राष्ट्र ध्वज फहराने के बाद नीतीश ने सभी आय वर्ग की पहली से लेकर दसवीं कक्षा तक की सभी छात्रओं को सरकारी स्कूलों में छात्रवृत्ति दिए जाने की आज घोषणा करते हुए आज कहा कि इसे इसी वर्ष से लागू कर दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि लडकियों की शिक्षा के लिए अनेक नीतिगत फैसले लेकर उसे बढावा दिया है और उसके सुखद परिणाम आए हैं.नीतीश ने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति के सभी छात्र-छात्रओं के लिए छात्रवृत्ति की राशि में तीन गुना की वृद्धि की गयी है अति पिछडे वर्ग के सभी छात्र-छात्रओं के लिए बढी हुई उसी संशोधित दर पर छात्रवृत्ति दी जा रही है. एक लाख रुपये की वार्षिक आय वाले पिछडे वर्ग के परिवारों के छात्र-छात्रओं के लिए बढे हुए संशोधित दर पर छात्रवृत्ति का वितरण इसबार होगा.
हर इंसान का एक पता होना चाहिए
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि हर इंसान एवं परिवार का अपना एक पता होना चाहिये. 67वें स्वतंत्रता दिवस पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आज राष्ट्र ध्वज फहराने के बाद नीतीश ने कहा कि हर इंसान एवं परिवार का अपना पता होना चाहिये. उन्होंने कहा कि आवास भूमि रहित महादलित परिवारों को भूमि उपलब्ध कराने के बाद अन्य तबकों में भी ऐसे लोगों को आवास भूमि उपलब्ध कराने की योजना पर सरकार विचार करेगी.
नीतीश ने कहा कि एकबार ग्रामीण अंचल में इस काम के पूरा हो जाने पर शहरों में भी इस प्रकार की योजना को लागू करने पर विचार करेंगे.उन्होंने कहा कि आप किसी प्रतियोगिता परीक्षा में भाग लेते हैं और आपको नौकरी मिलती है तो आपका नियुक्ति पत्र किस पते पर जाएगा.नीतीश ने कहा कि आवास भूमि रहित महादलितों को इस वर्ष के अंत तक मकान बनाने के लिए भूखंड उपलब्ध करा दिये जाने और उनके लिए मकान बनाने के लिए इंदिरा आवास योजना से मंजूरी दे दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है ताकि प्रत्येक महादलित परिवार के पास अपना घर हो उनका भी अपना पता हो.