पाक हाई कमिश्नर ने फिर की अलगाववादियों से मुलाकात, क्या बातचीत पर लगेगा ब्रेक

नयी दिल्लीः भारत और पाकिस्तान के रिश्ते पटरी आये ही थे कि एक बार फिर पाकिस्तान ने रिश्ते की गति पर ब्रेक लगा दी. भारतीय विदेश सचिव एस जयशंकर पाकिस्तान के दौरे पर है. इसी दौरान सोमवार को दिल्ली में पाक हाई कमिश्नर अब्दुल बासित ने अपने आवास पर सयैद अली शाह गिलानी से मुलाकात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2015 10:27 AM

नयी दिल्लीः भारत और पाकिस्तान के रिश्ते पटरी आये ही थे कि एक बार फिर पाकिस्तान ने रिश्ते की गति पर ब्रेक लगा दी. भारतीय विदेश सचिव एस जयशंकर पाकिस्तान के दौरे पर है. इसी दौरान सोमवार को दिल्ली में पाक हाई कमिश्नर अब्दुल बासित ने अपने आवास पर सयैद अली शाह गिलानी से मुलाकात कर ली. दोनों के बीच बातचीत करीब आधे घंटे तक चली इस बैठक में जम्मू कश्मीर के हालात, मसरत आलम की रिहाई और जयशंकर की पाक यात्रा पर चर्चा हुई.

गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त में बासित की अलगाववादी नेताओं से मुलाकात के कारण ही भारत ने पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद्द की थी. अब पाक ने एक बार फिर वही रास्ता अपनाया जिस पर भारत ने अपनी नाराजगी जतायी थी. एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर पाकिस्तान की यात्रा की थी. इस दौरान जयशंकर ने पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी के साथ दोनों देशों के बीच शांति वार्ता बहाल करने के रास्तों पर बातचीत की थी. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी की चिट्ठी भी पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ को सौंपी थी. पाक ने एक बार फिर अलगाववादी नेताओं से बातचीत शुरू कर दी है. भारत के कड़े रुख के बाद भी पाकिस्तान ने उनसे मिलना और बातचीत करना बंद नहीं किया है.
मसरत की रिहाई पर हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी ने कहा आलम पर जितने आरोप लगे हैं वह झूठे हैं उनकी रिहाई पर मचा बवाल बेकार है उनकी रिहाई कोई बड़ी बात नहीं है. गिलानी ने यह भी कहा कि भारत को यह वास्‍तविकता स्‍वीकार करनी चाहिए कि जम्‍मू कश्‍मीर एक विवादित क्षेत्र है और ये देश का हिस्‍सा नहीं है. उनके मुताबिक, ‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सत्‍ता में कौन सी सरकार है, जम्‍मू कश्‍मीर में कोई बदलाव नहीं आएगा. यह महज एक राजनीतिक स्‍टंट था.

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