दिल्ली सरकार आज से बेचेगी सस्ता प्याज
नयी दिल्लीः चुनावी साल में प्याज की बेकाबू कीमतों से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने एक नई पहल शुरू की है. सरकार आज से पूरी दिल्ली में एक हजार जगहों पर 50 रुपए प्रति किलो के हिसाब से प्याज बेचना शुरू कर रही है. लोगों को सस्ता प्याज मुहैया कराने के लिए 150 मोबाइल […]
नयी दिल्लीः चुनावी साल में प्याज की बेकाबू कीमतों से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने एक नई पहल शुरू की है. सरकार आज से पूरी दिल्ली में एक हजार जगहों पर 50 रुपए प्रति किलो के हिसाब से प्याज बेचना शुरू कर रही है. लोगों को सस्ता प्याज मुहैया कराने के लिए 150 मोबाइल वैन को लगाया जा रहा है. दिल्ली में प्याज की बेकाबू कीमतें जहां आम आदमी को रुला रही हैं तो वहीं, इससे दिल्ली की शीला सरकार की नींद उड़ी हुई है. इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव में प्याज चुनावी मुद्दा न बने इसके लिए सरकार ने सस्ता प्याज बेचने की पहल की है.
दिल्ली सरकार आज से राजधानी के एक हजार ठिकानों पर सस्ता प्याज बेचना शुरू कर रही है. यहां पर लोगों को 50 रुपए प्रति किलो के हिसाब से प्याज मुहैया कराया जाएगा. जगह-जगह प्याज बेचने के लिए 150 मोबाइल वैन का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके अलावा 400 केंद्रों पर भी सस्ता प्याज मिलेगा, इनमें मदर डेयरी के 280 आउटलेट शामिल हैं. मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के मुताबिक उनकी सरकार दिल्ली में बिना लाभ या नुकसान के प्याज की बिक्री की व्यवस्था कर रही है.
दरअसल, ये पूरी कवायद इसलिए है क्योंकि 1998 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्याज चुनावी मुद्दा बन गया था और प्याज के कारण ही बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा था. आज के दौर में महंगे प्याज की कितनी अहमियत है इसकी एक बानगी बिहार के हजारीबाग में देखने को मिली. यहां बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा उपहार में प्याज बांटते नजर आए.
साफ है पहले से ही बेतहाशा महंगाई से परेशान आम जनता अब प्याज के आंसू रो रही है. देश की राजधानी दिल्ली में भी प्याज की कीमतें एक बार फिर बेकाबू हैं. थोक बाजार में जहां प्याज की कीमत 50 रुपये प्रति किलो चल रही है, वहीं खुदरा बाजार में ये 60 से 80 रुपये किलो बिक रहा है. जबकि यही प्याज पिछले कुछ हफ्ते पहले तक 20 रुपए प्रति किलो के भाव से मिल रहा था. मंडियों में प्याज के साथ दूसरी सब्जियों के दाम तो बढ़ ही रहे हैं लेकिन प्याज के पहुंच से बाहर होने की वजह लोगों के खाने का जायका फीका होता जा रहा है. हालत ये है कि खाने का जायका ठीक करने के लिए प्याज खरीदने से पहले आम आदमी को दस बार सोचना पड़ रहा है.