नयी दिल्ली: रुस के उप प्रधानमंत्री दिमित्री रोगोजिन ने कहा है कि पनडुब्बी सिंघुरक्षक पर विस्फोटों का संभावित कारण सुरक्षा नियमों का उल्लंघन हो सकता है, जिसके कारण यह डूब गयी. रुस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘इतरतास’ ने रोगोजिन के हवाले से कहा है कि पनडुब्बी निर्माण के तकनीकी पहलुओं पर भारत ने कोई भी सवाल नहीं उठाया था और हाल में रुस ने इसकी मरम्मत की थी. विशेषज्ञों का हवाला देते हुए उन्होंने समाचार एजेंसी से कहा है कि सुरक्षा नियमों का उल्लंघन बुधवार को हुयी दुर्घटना का संभावित कारण हो सकता है.
बहरहाल, उन्होंने यह भी कहा कि त्रसदी के पीछे का असली कारण क्या है इसका अभी भी आकलन हो रहा है. इस हादसे में नौसेना के 18 कर्मियों की जान जाने की आशंका है.रोगोजिन ने कहा, ‘‘सारी चीजों का आकलन हो रहा है..इस समय हम उपकरण को दोषी नहीं ठहरा रहे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘दुर्घटना के कई घंटे के बाद रात में मुङो पहली सूचना मिली कि उस खंड में धमाका हुआ जहां बैटरी चार्ज की जाती है. यह सबसे खतरनाक काम है जो सुरक्षा प्रावधानों से जुड़ा है न कि इस उपकरण के निर्मार्ताओं से.’’रोगोजिन ने हादसे में जान गंवाने वालें के प्रति संवेदना व्यक्त की है.