शहीद-ए-आजम नहीं हैं ‘शहीद’,पीएम ने कहा विवाद खत्म हो

-आरटीआइ के तहत सरकार ने दी सूचना-नयी दिल्ली:भगत सिंह लाखों दिलों पर राज करते हैं. उनके त्याग ने कई क्रांति की जमीन तैयार की, लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में भगत सिंह को शहीद का दर्जा नहीं मिला है. आरटीआइ के तहत पूछे गये एक सवाल के जवाब में गृह मंत्रालय ने कहा कि ऐसा कोई रिकॉर्ड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2013 8:35 AM

-आरटीआइ के तहत सरकार ने दी सूचना-
नयी दिल्ली:भगत सिंह लाखों दिलों पर राज करते हैं. उनके त्याग ने कई क्रांति की जमीन तैयार की, लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में भगत सिंह को शहीद का दर्जा नहीं मिला है. आरटीआइ के तहत पूछे गये एक सवाल के जवाब में गृह मंत्रालय ने कहा कि ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं, जो साबित करे कि भगत सिंह को कभी शहीद घोषित किया गया था. भगत सिंह के प्रपौत्र यादवेंद्र सिंह अब उन्हें शहीद का दर्जा दिलाने के लिए अभियान छेड़ने की तैयारी कर रहे हैं. उनके मुताबिक, अप्रैल में आरटीआइ के जरिये उन्होंने गृह मंत्रालय से पूछा था कि भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को कब शहीद का दर्जा दिया गया था. अगर ऐसा नहीं हुआ है, तो सरकार उन्हें यह दर्जा देने के लिए क्या कदम उठा रही है? इस पर गृह मंत्रालय ने उपरोक्त जवाब दिया. जब यादवेंद्र ने गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह से इस मुद्दे पर मिलने का समय मांगा, तो उन्होंने कहा कि संसद का सत्र खत्म होने के बाद वह इस विषय पर कोई बात करेंगे.


विवाद खत्म हो : पीएम

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस विवाद को खत्म करने का आह्वान किया और कहा, ‘शहीद भगत सिंह देश की आजादी के लिए शहीद हो गये, यह एक तथ्य है. यह इस बात का मोहताज नहीं है कि इस संबंध में संभवत: सरकारी रिकॉर्ड हैं या नहीं. प्रधानमंत्री ने लोगों से इस मुद्दे पर विवाद खड़ा नहीं करने की अपील की.

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