दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने गृह राज्य मंत्री को राहुल गांधी मामले में दी पूरी जानकारी
नयी दिल्ली : राहुल गांधी की कथित जासूसी को लेकर उठे विवाद के बीच दिल्ली पुलिस प्रमुख बीएस बस्सी ने आज गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू को इस संबंध में जानकारी दी. रिजिजू के इस मामले में संसद में बयान देने की संभावना है. रिजिजू गृह मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से बयान देंगे जो इस […]
नयी दिल्ली : राहुल गांधी की कथित जासूसी को लेकर उठे विवाद के बीच दिल्ली पुलिस प्रमुख बीएस बस्सी ने आज गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू को इस संबंध में जानकारी दी. रिजिजू के इस मामले में संसद में बयान देने की संभावना है. रिजिजू गृह मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से बयान देंगे जो इस समय जापान में हैं. बस्सी ने रिजिजू और गृह सचिव एलसी गोयल समेत गृह मंत्रलय के शीर्ष अधिकारियों को इस बात की जानकारी दी कि दिल्ली पुलिस के अधिकारी किन वजहों से ‘‘सुरक्षा प्रोफाइलिंग’’ के लिए गांधी के आवास पर गए थे.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रिजिजू ने बस्सी से मिली जानकारी के आधार पर एक नोट तैयार किया है और उनके संसद में इस संबंध में बयान देने की संभावना है. इस बीच कांग्रेस दिल्ली पुलिस के इस कदम के विरोध में लोकसभा के प्रश्नकाल के दौरान यह मुद्दे उठाने की तैयारी में है. रिजिजू संभवत: सदन को यह बताएंगे कि शीर्ष नेताओं की ‘‘सुरक्षा प्रोफाइलिंग’’ करना दिल्ली पुलिस की नियमित प्रक्रिया है और इसमें कुछ नया नहीं है.
राहुल गांधी 23 फरवरी को संसद का बजट सत्र शुरू होने से छुट्टी पर हैं. कुछ पुलिस अधिकारी 12 मार्च को उनके आवास पर गए थे और उन्होंने ‘राहुल गांधी कैसे दिखते हैं’ और ‘उनकी आंखों का क्या रंग है’ जैसे प्रश्न कथित रूप से पूछे थे. कांग्रेस का आरोप है कि राहुल के आवास पर पुलिस का जाना ‘‘राजनीतिक जासूसी’’ का हिस्सा है जो राजग सरकार करा रही है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह इस समय जापान में आपदा प्रबंधन पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. जासूसी के आरोप को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि अगर जासूसी करनी होती तो चुपके से करते, जाकर खुद उस व्यक्ति से, उससे ये सब बातें नहीं पूछते. संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने इस आरोप को गलत बताया कि किसी व्यक्ति , पार्टी को निशाना बनाकर कोई जासूसी की जा रही है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित पूर्व प्रधानमंत्रियों, भाजपा अध्यक्ष, कांग्रेस अध्यक्ष आदि सहित 526 वीवीआइपी हस्तियों के ऐसे प्रोफाइल बनाए गए हैं.
उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी ऐसा प्रोफाइल बनाते समय उनसे पूछा गया था कि क्या वह चप्पल पहनते हैं ? और उन्होंने कहा था कि हां, मैं चप्पल पहनता हूं. उनसे यह भी पूछा गया था कि क्या वह धोती कुर्ता पहनते हैं और उनका रंग क्या है ? नायडू ने कहा कि सोनिया गांधी को भी ऐसा ही परफोर्मा दिया गया था जिसे उन्हें या उनके सचिव ने भरा होगा. मंत्री ने कहा, ‘‘ मेरी सरकार जासूसी में यकीन नहीं रखती और जो प्रोफाइल बनाया जा रहा है , वह एक नियमित प्रक्रिया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रोफाइल समय समय पर अपडेट किए जाते हैं. कांग्रेस अध्यक्ष का 1998 और 2004 में , वाजपेयी का 1996 में, वर्तमान राष्ट्रपति मुखर्जी का 2001 और 2010 में ,भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी का 2011 में , पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और आइके गुजराल का 2011 में, सुषमा स्वराज का 2013 में , राजनाथ सिंह का 2007 में और अरुण जेटली का 2009 में प्रोफाइल अपडेट किया गया. ’’ खडगे की इस बात पर कि ‘गुजरात मॉडल ’ की तरह दिल्ली में भी अब जासूसी की जा रही है, नायडू ने कड़ा प्रतिवाद करते हुए कहा, ‘‘गुजरात का नाम लेना एक फैशन बन गया है. हमें गुजरात मॉडल पर गर्व है.’’
नायडू ने बताया कि प्रोफाइल बनाने के परफोर्मे को 1999 में अपडेट करके उसमें जूते और ड्रेस कोड की जानकारी को भी शामिल किया गया. इससे पूर्व खडगे ने आरोप लगाया कि सरकार राजनीतिक विरोधियों को डराना-धमकाना चाहती है. उन्होंने कहा कि सरकार केवल विरोधी दलों के नेताओं के साथ ही नहीं बल्कि खुद अपने दल के आडवाणी जैसे वरिष्ठ नेताओं के साथ ऐसा व्यवहार कर रही है.राहुल के जूते का साइज पूछे जाने पर आपत्ति जताते हुए खडगे ने व्यंग्य किया कि क्या सरकार उन्हें उनके नंबर का जूता बनवाकर देने वाली है ? उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष को एसपीजी सुरक्षा मिली हुई है जिससे छन छन कर सारी खबरें सरकार तक पहुंचती होंगी। ऐसे में परफोर्मा भेजने की क्या जरुरत थी ? खडगे ने सवाल उठाया कि दिल्ली के पुलिस आयुक्त ने किसके कहने पर दो और 14 मार्च को पुलिस अधिकारियों को राहुल के यहां भेजा ?