वड्रा मामलाः खेमका ने किया अपनी कार्रवाई का बचाव

नयी दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वड्रा से जुड़े गुड़गांव के विवादित जमीन करार में अपनी कार्रवाई का बचाव करते हुए हरियाणा के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने कहा है कि नैतिकता का तकाजा होता है कि शुरुआत उपर से हो और इसके लिए साहस और हिम्मत की जरुरत होती है. सीएनएन-आईबीएन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2013 6:39 PM

नयी दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वड्रा से जुड़े गुड़गांव के विवादित जमीन करार में अपनी कार्रवाई का बचाव करते हुए हरियाणा के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने कहा है कि नैतिकता का तकाजा होता है कि शुरुआत उपर से हो और इसके लिए साहस और हिम्मत की जरुरत होती है.

सीएनएन-आईबीएन के डेविल्स एडवोकेट कार्यक्रम में खेमका ने करन थापर से बातचीत में कहा, ‘‘यदि आपको कार्रवाई करनी है, तो नैतिकता उपर से..एकदम उपर से शुरु होनी चाहिए. नीचे के लोगों पर कार्रवाई करना काफी आसान होता है, पर बात जब उंचे दज्रे की आती है तो धोखे को धोखा कहने के लिए साहस और हिम्मत की जरुरत होती है.’’

खेमका से पूछा गया था कि क्या उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह जानते थे कि वह कांग्रेस अध्यक्ष के दामाद को निशाना बना रहे हैं और इससे उनका करियर बन जाएगा. पिछले साल अक्तूबर में वड्रा और रियल इस्टेट क्षेत्र की दिग्गज कंपनी डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड के बीच हुए जमीन के दाखिल-खारिज से जुड़े करार को रद्द कर दिया था. हालांकि, खेमका ने स्वीकार किया कि सच्चाई का पता लगाने के लिए आपराधिक जांच की जरुरत है.

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