बेंगलुरु: प्राकृतिक चिकित्सा कराने के बाद पुरानी खांसी और मधुमेह से निजात पाकर स्वस्थ हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज बेंगलूरु से दिल्ली वापस लौट आए. लेकिन उनके दिल्ली पहुंचते ही उनकी नयी टेंशन शुरु हो गयी है. उनके इलाज के दौरान से ही पार्टी के अंदर घमासान मचा हुआ है. अब उनके आने के बाद से सारी उथल-पूथल की टेंशन उनपर आ गयी है. दिल्ली चुनाव में ऐतिहासिक जीत से बौखलायी आप पार्टी के अंदर आपस में ही महाभारत मचा हुआ है. अब केजरीवाल को वापस आने के बाद कई सारे महत्वपूर्ण निर्णय लेने हैं. भूषण और यादव को पीएसी की सदस्यता से तो हटा दिया गया है लेकिन क्या ये लोग पार्टी में भी बने रहेंगे, इसका फैसला अब केजरीवाल के आने के बाद से लिया जा सकता है. इधर खबर है कि प्रशांत भूषण ने उनसे मिलने की इच्छा जतायी है.
आज वहां से रवाना होने के पहले केजरीवाल ने कहा कि वह तरोताजा और चंगा महसूस कर रहे हैं तथा काम पर लौटने के वास्ते राष्ट्रीय राजधानी वापस जाने को लेकर उत्साहित हैं.आम आदमी पार्टी के 46 वर्षीय संयोजक का इलाज आज पूरा हुआ. उन्होंने कहा कि उनकी खांसी चली गयी और शर्करा नियंत्रण में है. वह पांच मार्च को यहां शहर के बाहरी इलाके में जिंदर नेचर केयर में अपने माता-पिता के साथ भर्ती हुए थे.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘खांसी खत्म, शर्करा स्तर नियंत्रण में. तरोताजा और चंगा महसूस कर रहा हूं. मैं काम पर लौटने को लेकर उत्साहित हूं. ’’ वह आज शाम तक दिल्ली पहुंचने वाले हैं जहां आप के नेता विधानसभा में पार्टी की शानदार जीत के कुछ ही सप्ताह के अंदर एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी में लगे हैं और पार्टी पूरी तरह बंटी हुई नजर आ रही है.
केजरीवाल ने जिंदल इंस्टीट्यूट के डाक्टरों और उसके संस्थापक डॉ. सीताराम जिंदल को बधाई भी दी। उन्होंने लिखा, ‘‘जिंदल संस्थान, उसके डाक्टरों, कर्मियों के प्रति आभारी हूं. ऐसे अनोखे संस्थान की स्थापना करने और उसे इतनी अच्छी तरह चलाने के लिए सीतारामजी को बधाई. ’’
छुट्टी मिलने से पहले केजरीवाल ने कहा कि जिंदल संस्थान में ठहरने के दौरान उन्हें कुछ चीजों जैसे शिक्षा एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली में परिवर्तन लाने के बारे में विचार करने का पर्याप्त समय मिला.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं मनीष (सिसोदिया) से बात करता रहा और हमने कुछ प्रस्ताव तैयार किए हैं. आगामी दिनों में हम उस पर एक घोषणा करेंगे. ’’केजरीवाल ने कहा कि इंटरनेशनल सोसायटी फॉर कृष्णा कंसेसनेस (इस्कॉन) के अक्षयपात्र की तर्ज पर मध्याह्न भोजन योजना शुरु करने की भी उनकी योजना है.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस्कॉन गया था. मैंने उनका रसोईघर देखा. रसोईघर बहुत ही साफ सुथरा है. हम देखेंगे कि दिल्ली में इसे कैसे सुधारा जा सकता है.’’ केजरीवाल के पिता को कब्ज और माता को मधुमेह एवं अर्थराइटिस की समस्या थी और दोनों ने अपने पुत्र के साथ प्राकृतिक चिकित्सा करायी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री ऐसे वक्त में कामकाज से दूर थे, जब पार्टी भारी अंतर्कलह से जूझ रही थी. पार्टी में अंतर्कलह की स्थिति तब और बिगड गयी जब उसके संस्थापक सदस्यों- प्रशांतभूषण और योंगेद्र यादव को राजनीतिक मामलों की समिति से निकाल दिया गया और कई स्टिंग सामने आए.