नयी दिल्ली : केंद्र में भाजपा की अगुवाई वाली राजग सरकार में सहयोगी शिवसेना ने आज नरेंद्र मोदी सरकार पर हिंदुत्व के मुद्दों पर ‘समझौता’ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ भाजपा का गठबंधन ‘देशद्रोह’ है. शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि कश्मीर समस्या का एकमात्र समाधान अनुच्छेद 370 को खत्म करना है. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 शुरुआत से ही देश के गले पर पडा फंदा रहा है.
उन्होंने कहा, ‘अनुच्छेद 370 खत्म करने से भारत से संबंध खत्म नहीं होगा. यदि कोई नेता ऐसा कोई बयान देता है तो उसे अपने पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है.’ मोदी सरकार पर हिंदुत्व पर नरम होने का आरोप लगाते हुए राउत ने कहा कि केंद्र में जब कांग्रेस की सरकार थी तो बेहतर स्थिति थी. राउत ने कहा, ‘चुनावों के दौरान आपने राम मंदिर, अनुच्छेद 370, पाकिस्तान के सफाये, समान नागरिक संहिता की बात की, पर चुनावों के बाद आपको क्या हो गया?
सरकार चलाने के लिए हमेशा सबसे पहले हिंदुत्व पर समझौता किया जाता है.’ उन्होंने कहा, ‘लगता है कांग्रेस का होना ही बेहतर था. कम से कम नजरें तरेरने पर वे हमसे डरते तो थे.’ भूमि अधिग्रहण विधेयक के मुद्दे पर राउत ने कहा कि यदि सरकार विकास के मकसद से यह विधेयक ला रही है तो पहले इसे कश्मीर में लागू करना चाहिए. राउत ने कहा, ‘अंबानी, अदाणी और टाटा को वहां जाने दें. हमारी ही जमीनें क्यों लोगे? इसलिए क्योंकि हम अपने हाथ नहीं उठाएंगे और उनके पास बंदूकें हैं?
यदि आप साहस दिखाना चाहते हैं तो जाएं वहां जमीन खरीदें.’ शिवसेना ने कहा कि भाजपा ने बाबरी मस्जिद विध्वंस से दूरी बनाते हुए ‘शिवसैनिकों’ को इसके लिए जिम्मेदार करार दिया था. उन्होंने कहा, ‘उस वक्त शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने कहा था कि यदि शिवसैनिकों ने ऐसा किया तो मुझे गर्व है.’ ‘घर वापसी’ का मुद्दा उठाते हुए राउत ने कहा, ‘हजारों कश्मीरी पंडितों के साथ पहले कश्मीर घाटी में घर वापसी शुरू करें.’
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के वरिष्ठ नेता आचार्य धर्मेंद्र ने भी मोदी पर हमला करते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद से वह ‘हिंदू’ शब्द एक बार बोलने से भी कतराते रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘आप गांधी के बारे में तो इतनी बातें करते हैं कि कांग्रेस का भी कोई कार्यकर्ता उतनी बार उनका नाम नहीं लेता.’
आचार्य धर्मेंद्र ने गांधी और मुस्लिमों पर तीखा हमला करते हुए उन्हें कश्मीर मुद्दे के लिए जिम्मेदार करार दिया. उन्होंने मोदी को चुनौती दी कि गुजरात के बजाय श्रीनगर के लाल चौक पर वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा लगवाएं. मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘लगता है वे भूल गए हैं कि हिंदुस्तान 100 फीसदी हिंदुओं के लिए है.’