राज्यसभा में उप्र के मुद्दे पर सपा सदस्यों का हंगामा
नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहे सपा सदस्यों तथा अन्य मुद्दों पर विभिन्न दलों के हंगामे के कारण आज राज्यसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.हंगामे की वजह से उच्च सदन में प्रश्नकाल […]
नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहे सपा सदस्यों तथा अन्य मुद्दों पर विभिन्न दलों के हंगामे के कारण आज राज्यसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.हंगामे की वजह से उच्च सदन में प्रश्नकाल नहीं हो पाया. सदन की बैठक शुरु होने पर दो दिवंगत पूर्व सदस्यों दिलीप सिंह जूदेव, एस एम लालजन बाशा और पनडुब्बी हादसे में मारे गए नौसेना कर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद प्रश्नकाल शुरु होते ही भाजपा, सपा और वाम दलों के सदस्यों ने अपने अपने मुद्दे उठाने शुरु कर दिए.
अंसारी ने सदस्यों से कहा कि वह एक एक कर अपनी बात रखें. उन्होंने भाजपा के एम वेंकैया नायडू को बोलने की अनुमति दी. नायडू ने कहा कि कोयला ब्लॉक आवंटन संबंधी फाइलों का गुम होना गंभीर मुद्दा है. अंसारी ने उनसे शून्यकाल में यह मुद्दा उठाने को कहा. भाजपा सदस्य मान गए.इसी बीच सपा सदस्यों ने उत्तर प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा और आर्थिक पैकेज दिए जाने की मांग की. सपा सदस्य नारे लगाते हुए आगे भी आ गए. वाम दलों के सदस्यों के हाथों में पर्चे थे जिनमें प्याज के दामों में वृद्धि का जिक्र था. तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने भी कुछ कहा लेकिन हंगामे के कारण उनकी बात सुनी नहीं जा सकी. अंसारी ने सदस्यों से सदन में पर्चे नहीं दिखाने और अपने स्थानों पर लौटने को कहा. उन्होंने कहा कि सदस्य अपने मुद्दे शून्यकाल में उठाएं और अभी प्रश्नकाल चलने दें. अपनी बात का असर होते न देख उन्होंने 11 बज कर करीब 9 मिनट पर बैठक 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी.
बैठक दोबारा शुरु होने पर सदन में वही नजारा था. माकपा के सीताराम येचुरी ने कोयला ब्लॉक आवंटन संबंधी फाइलों के गुम होने का मुद्दा उठाया जिस पर अंसारी ने कहा कि इसे दोपहर बारह बजे भी उठाया जा सकता है.सपा सदस्यों ने उत्तर प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा और आर्थिक पैकेज दिए जाने की मांग को लेकर नारेबाजी शुरु कर दी. उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जा रहा है. सदन में मौजूद संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा देने के बारे में मानक तय करने के लिए गठित समिति ने अभी अपनी रिपोर्ट नहीं दी है. उन्होंने कहा कि समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद ही कोई फैसला किया जाएगा.
शुक्ला ने कहा ‘किसी भी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने के बारे में अभी कोई फैसला नहीं किया गया है. समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद ही इस बारे में विचार किया जा सकेगा.’ लेकिन सपा सदस्यों का हंगामा जारी रहा जिसकी वजह से सभापति ने पांच मिनट बाद ही बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.