श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश): भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने जीएसएलवी का प्रक्षेपण आज अंतिम समय में उसके दूसरे चरण में ईंधन रिसाव होने के चलते स्थगित कर दिया जिससे स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन के परीक्षण के मिशन को झटका लगा. तीन वर्ष पहले भी इस इंजन से प्रक्षेपण विफल हो गया था.
गत तीन वर्षों में रॉकेट (जीएसएलवी डी.5) का पहला मिशन आज क्रायोजेनिक इंजन के परीक्षण के लिए महत्वपूर्ण था. इससे देश को बड़े दूरसंचार उपग्रहों और तीन हजार किलोग्राम से अधिक के भार के साथ प्रक्षेपण की क्षमता हासिल होती. इससे पहले वर्ष 2010 में जीएसएलवी के दो प्रक्षेपण विफल हो चुके हैं. इसमें से एक प्रक्षेपण स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन और दूसरा रुस निर्मित इंजन से किया गया था.
इसरो ने इस बहुप्रतीक्षित प्रक्षेपण के लिए यहां पर 29 घंटे की उलटी गिनती कल पूर्वाह्न 11 बजकर 50 मिनट पर शुरु की थी. अधिकारियों को रॉकेट के दूसरे चरण में ईंधन रिसाव का पता चला जिसके बाद निर्धारित प्रक्षेपण समय शाम चार बजकर 50 मिनट से 74 मिनट पहले उलटी गिनती रोक दी गई.
इसरो अध्यक्ष के राधाकृष्णन ने सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में इस संबंध में घोषणा की. उन्होंने कहा, ‘‘उलटी गिनती ठीक चल रही थी, कुछ मिनट पहले हमने यान के दूसरे चरण के ईंधन प्रणाली में रिसाव देखा. इसके चलते हम प्रक्षेपण स्थगित कर रहे हैं.’’ उन्होंने बाद में घोषणा की कि नई तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी.