बेंगलुरु : रेत माफिया के खिलाफ अभियान चलाने वाले आइएएस अधिकारी डीके रवि की मौत का मामला गरमाता जा रहा है. इसकी गूंज कर्नाटक विधानसभा से लेकर सड़क तक सुनाई दे रही है. कांग्रेस नेता पीसी चाको ने कहा है कि यदि सीआइडी के द्वारा प्राप्त रिपोर्ट संतोषजनक नहीं होगा तो मामला सीबीआइ को दिया जा सकता है.
वहीं दूसरी ओर कोलार जिले में मामले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग करते हुए लोग सड़कों पर उतर आए. प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ भी इस संबंध में गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे और आइएएस डीके रवि की मौत की जांच सीबीआइ से करवाने की मांग की. जेडीएस के नेता एचडी कुमारस्वामी भी इस मामले की सीबीआइ जांच पर अड़े हुए हैं.
रेत और भूमि माफिया के खिलाफ अभियान
आपको बता दें कि रेत और भूमि माफिया के खिलाफ अभियान चलाकर चर्चा में आए रवि ने सोमवार को अपने आवास पर कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी. बताया जा रहा है कि उन्होंने इनके खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटा लिये थे और कुछ दिन के बाद वे उन पर कार्रवाई करने वाले थे.
आईएएस अधिकारी की मौत पर केजरीवाल ने जताया शोक
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को आईएएस अधिकारी डी. के. रवि को श्रद्धांजलि दी. रवि का शव बेंगलुरु में उनके फ्लैट में बरामद हुआ था. एक ईमानदार आईएएस अधिकारी के तौर पर रेत माफिया के खिलाफ कदम उठाने वाले रवि की मौत पर केजरीवाल ने शोक जताया और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लडाई को जारी रखने का भी संकल्प लिया. केजरीवाल ने ट्विट किया, ‘‘आइए, भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लडाई को जारी रखने का संकल्प लें.’’
राज्य सरकार का सीबीआइ जांच से इनकार
वहीं दूसरी ओर एनडीटीवी से बात करते हुए राज्य सरकार ने मामले की सीबीआइ जांच कराने से इनकार कर दिया है. कर्नाटक में आईएएस अधिकारी डीके रवि की मौत के मामले पर चैनल से बात करते हुए राज्य के सीएम सिद्धरमैया ने कहा कि राज्य की पुलिस इस मामले में जांच कर रही है और उन्हें पुलिस की जांच पर पूरा भरोसा है, हालांकि विपक्ष की मांग अभी भी यही है कि घटना की जांच सीबीआई को सौंपी जाए.