लापता फाइलों का पता हर हाल में लगाएंगे:जायसवाल
नयी दिल्ली : कोयला मंत्रालय से महत्वपूर्ण फाइलों के गायब हो जाने पर विपक्ष के हमलों का सामना कर रही सरकार ने आज कहा कि वह उन फाइलों का पता लगाने के लिए गंभीर है तथा गायब दस्तावेजों का पता लगाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगा.कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा कि सीबीआई […]
नयी दिल्ली : कोयला मंत्रालय से महत्वपूर्ण फाइलों के गायब हो जाने पर विपक्ष के हमलों का सामना कर रही सरकार ने आज कहा कि वह उन फाइलों का पता लगाने के लिए गंभीर है तथा गायब दस्तावेजों का पता लगाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगा.कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा कि सीबीआई द्वारा मांगे गए दस्तावेजों का पता लगाने और उन्हें मुहैया कराने में उनका मंत्रालय कोई कसर नहीं छोड़ेगा. जायसवाल ने कहा कि लापता फाइलों और दस्तावेजों की अनुपलब्धता की जांच करने और उनका पता लगाने के लिए अवर सचिव(कोयला)की अध्यक्षता में एक अंतर मंत्रालयी समिति का गठन किया गया है.
कोयला मंत्रालय से महत्वपूर्ण फाइलों के गायब होने पर राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच जायसवाल ने यह बयान दिया. उन्होंने कहा, ‘‘ कोयला मंत्रालय में कुछ दस्तावेजों और आवेदनों का पता नहीं लग सका था. मैंने 11 जुलाई 2013 को अवर सचिव की अध्यक्षता में अंतर-मंत्रालयी समिति बनायी है.’’ उन्होंने बताया कि समिति को फाइलों और दस्तावेजों की अनुपलब्धता की जांच और उनकी समीक्षा प्रस्तुत करने के साथ ही इनका पता लगाने के लिए समुचित कार्रवाई करने संबंधी सुझाव देने को कहा गया है. समिति की अब तक दो बैठकें हो चुकी हैं.
जायसवाल ने कहा कि सीबीआई से मिली सूचना के अनुसार उसने कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितताओं के संबंध में 1993 से किए गए आवंटनों के संबंध में प्रारंभिक जांच के तीन मामले तथा 13 प्राथमिकी दर्ज की हैं.उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच दर्ज करने के बाद सीबीआई ने कोयला मंत्रालय से फाइलें और दस्तावेज मांगे हैं. अब तक 769 फाइलें और दस्तावेज जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिए गए हैं जो डेढ़ लाख पृष्ठों से भी अधिक के हैं. मंत्री ने कहा कि मामले में जांच प्रगति पर है और यदि सीबीआई अतिरिक्त दस्तावेज की मांग करती है तो मंत्रालय उन्हें सौंप देगा और यदि कोई दस्तावेज मौजूद नहीं है तो उसकी तलाश करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे.