पुणे : महाराष्ट्र में प्रगतिशील समाज की दिशा में बढ़ रहे आंदोलन को आज तब बड़ा झटका लगा जब अग्रणी अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर की दो अज्ञात हमलावरों ने सुबह टहलते समय यहां गोली मारकर हत्या कर दी.
पुरानी एवं अमानवीय सामाजिक रीतियों के खिलाफ दो दशक से जारी अपने अभियान के लिए जाने जाने वाले दाभोलकर राज्य विधानसभा में एक अंधविश्वास एवं काला जादू रोधी कानून पारित कराने के लिए जन मत का निर्माण और महाराष्ट्र सरकार के साथ चर्चाएं कर रहे थे. वरकारी पंथ समेत समाज के कुछ वर्ग इसका विरोध कर रहे हैं.
पुलिस ने एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से बताया कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति (अंधविश्वास विरोधी आंदोलन) के प्रमुख 69 वर्षीय दाभोलकर सुबह टहलने निकले थे जब दो मोटरसाइकिल सवार अज्ञात हमलावरों ने बहुत पास से पीछे से उसके सिर में दो गालियां दाग दी.
यह घटना शहर के ओंकारेश्वर मंदिर के पास स्थित पुल पर हुई. घटनास्थल साधना पत्रिका के कार्यालय के पास है. दाभोलकर सामाजिक सोच बदलने के लिए प्रगतिशील विचार का प्रसार करने वाली इस पत्रिका के संपादक थे.
पुलिस ने बताया कि पुल पर खून से लथपथ हालत में पाए गए दाभोलकर की पहचान उनके बटुए में मिली एक तस्वीर और एक चेक से हुई. यह चेक अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के नाम से था. घायल दाभोलकर को सासून अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. पुलिस ने बताया कि दाभोलकर पर चार गोलियां दागी गयीं जिनमें से दो उनके सिर में लगी थी.
सतारा के रहने वाले दाभोलकर के लिए समाज में व्याप्त अंधविश्वास और अवांछित रीतियों का खात्मा करना उनकी जिदंगी का मकसद था जिसे रुढि़वादी तत्वों के प्रतिरोध के बावजूद वह पूरे उत्साह एवं विवेक के साथ पूरा कर रहे थे.
महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटिल ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने शीर्ष पुलिस अधिकारियों को इस निंदनीय घटना की तह में जाने एवं अपने सभी खुफिया कौशलों का इस्तेमाल कर दोषियों को पकड़ने के निर्देश दिए हैं.
केंद्रीय मंत्री एवं राकांपा अध्यक्ष शरद पवार समेत राज्य के प्रमुख नेताओं एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने घटना की निंदा करते हुए दाभोलकर को प्रगतिशील विचारों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध एक समर्पित, निस्वार्थ सामाजिक कार्यकर्ता बताया.
पवार ने कहा, दाभोलकर ने जिस प्रगतिशील सोच के लिए अपना जीवन लगा दिया वह महाराष्ट्र में दम नहीं तोड़ेगी. दाभोलकर की मौत की खबर से उनके गृहनगर सतारा में दुख का माहौल है.
राज्य के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने हत्या की निंदा की और दाभालेकर की हत्या करने वाले अपराधियों के बारे में किसी तरह की सूचना देने वाले व्यक्ति को 10 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की.