जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक कैथेड्रल परिसर और एक कैथोलिक स्कूल, जहां लोग एक धार्मिक सम्मेलन के लिए जुटे थे वहां हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर तोडफोड की. कल पडोसी महाराष्ट्र में एक चर्च पर हमले के एक दिन बाद इस तरह की यह दूसरी घटना प्रकाश में आई है. इसको लेकर ईसाई समुदाय ने नाराजगी जताई है.
जबलपुर की घटना के सिलसिले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. यह घटना 20 मार्च और 21 मार्च को तडके हुई थी जब ईसाई समुदाय के कुछ सदस्यों पर कथित तौर पर बजरंग दल और धर्मसेना के सदस्यों ने कथित तौर पर हमला किया और धमकी दी. उन्होंने स्कूल और पादरी के निवास स्थान पर हमला किया और आरोप लगाया कि वहां धर्मांतरण हो रहा था.
नवी मुंबई के न्यू पनवेल क्षेत्र में एक चर्च पर हुए हमले की जांच में कोई सफलता नहीं मिली है. हालांकि, पुलिस कुछ संदिग्धों से पूछताछ कर रही है. सीसीटीवी फुटेज में दर्शाया गया है कि हमला दो नकाबपोश लोगों ने किया जो एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए थे. यह हमला कल रात डेढ बजे के करीब हुआ जब उन्होंने न्यू पनवेल में एक पुल के निकट स्थित सेंट जॉर्ज कैथोलिक चर्च पर पथराव किया.
पुलिस ने बताया कि घटना का कोई प्रत्यक्षदर्शी नहीं है और सीसीटीवी फुटेज को देखने से हमलावरों की पहचान के बारे में कोई ठोस सुराग नहीं मिला है. हालांकि, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अपराधियों को शीघ्र पकडा जाएगा.