सोशल मीडिया पर भी मोदी ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि
नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर भी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को ट्विटर पर श्रद्धांजलि दी. उन्होंने ट्वीट किया ‘देश पर अपनी जान न्यौछावर कर देने वाले भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के बलिदान दिवस पर शत् शत् नमन.’ उन्होंने ट्वीट किया कि आज हुसैनीवाला जाकर भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को […]
नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर भी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को ट्विटर पर श्रद्धांजलि दी. उन्होंने ट्वीट किया ‘देश पर अपनी जान न्यौछावर कर देने वाले भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के बलिदान दिवस पर शत् शत् नमन.’
In Punjab today. Will pay homage to Bhagat Singh, Sukhdev & Rajguru at Hussainiwala & will go to Golden Temple & Jallianwala Bagh.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 23, 2015
उन्होंने ट्वीट किया कि आज हुसैनीवाला जाकर भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि दूंगा जिसके बाद मैं स्वर्ण मंदिर और जलियांवाला बाग भी जाऊंगा. वहीं दूसरी ओर समाजसेवी अन्ना हजारे भगत सिंह के पैतृक गांव खटकर कलां जायेंगे और उन्हें श्रद्धांजलि देंगे.
देश पर अपनी जान न्यौछावर कर देने वाले भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के बलिदान दिवस पर शत् शत् नमन । Tributes to these great patriots.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 23, 2015
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीएम मोदी दोपहर एक बजे पंजाब के फिरोजपुर में हुसैनीवाला पहुंचेंगे. हुसैनीवाला में तीनों शहीदों की समाधि है. 23 मार्च 1931 को अंग्रेजों ने देश के तीन महान सपूतों शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दे दी थी. उन्हें तय समय से एक दिन पहले ही फांसी दे दी गई थी.
नरेंद्र मोदी ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं देश के लिए अपना जीवन कुर्बान कर देने वाले भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को उनके शहीदी दिवस पर श्रद्धांजलि देता हूं.’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ मैं इन महान देशभक्तों को श्रद्धांजलि देता हूं.’’
भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के खिलाफ 17 दिसंबर 1928 को ब्रिटिश पुलिस अधीक्षक सांडर्स की हत्या के मामले में मुकदमा चलाया गया था और इस मामले में उन्हें फांसी की सजा दी गई थी. उन्हें 23 मार्च, 1931 को लाहौर की सेंट्रल जेल में फांसी दी गई थी.