लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने उत्तरप्रदेश की विभिन्न विकास योजनाओं के लक्ष्यों का 20 प्रतिशत अल्पसंख्यकों के लिये निर्धारित करने के राज्य की समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार के फैसले को ‘धोखा’ और चुनावी फायदे के लिये अपनाया गया हथकंडा करार दिया है. मायावती ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि सपा सरकार की मंत्रिपरिषद द्वारा अल्पसंख्यकों को विभिन्न विकास योजनाओं के लक्ष्यों का 20 प्रतिशत अल्पसंख्यकों के लिये निर्धारित किया जाना सरासर धोखा है.
साथ ही इसे जनसंख्या के आधार पर मुसलमानों को आरक्षण देने के चुनाव घोषणापत्र में किये गये वादे से साफ मुकरना भी कहा जाएगा. उन्होंने कहा कि सपा सरकार का यह फैसला खासकर मुस्लिम समाज के लोगों को बरगलाने और गुमराह करने तथा बाकी समाज के लोगों विशेषकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को भड़काकर साम्प्रदायिक माहौल तैयार करके चुनावी लाभ उठाने की नीयत से किया गया प्रतीत होता है. दरअसल, सपा की नीयत में खोट और खुराफात है.
मायावती ने कहा कि सरकार को मामूली महत्व वाली 85 विभिन्न सरकारी योजनाओं में 20 प्रतिशत कोटा निर्धारित करना था तो इसका फैसला इस साल बजट पेश करते वक्त ही लेना चाहिये था, तभी अल्पसंख्यकों को इसका लाभ मिल सकता था. अब आधा वित्तीय वर्ष गुजर जाने के बाद लिये गये इस फैसले से अल्पसंख्यकों को इसका कोई फायदा नहीं मिलेगा.गौरतलब है कि राज्य मंत्रिपरिषद ने कल अल्पसंख्यकों को सरकारी योजनाओं में उनकी आबादी के हिसाब से हिस्सेदारी दिलाने के लिये विभिन्न योजनाओं के लक्ष्यों का 20 प्रतिशत भाग अकलियतों के वास्ते निर्धारित करते हुए एक योजना चलाने का निर्णय लिया था.