कुमार विश्‍वास ने साधा वीके सिंह पर निशाना : कहा- कार्यक्रम में सिंह ने लिया स्पाइसी बिरयानी का मजा

नयी दिल्ली : पाकिस्तान दिवस पर विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह का पाकिस्तान उच्चायोग में शिरकत करना राजनीतिक रंग लेता जा रहा है हालांकि उन्होंने इसको लेकर ट्विटर पर अपनी सफाई दी है. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें ट्विटर पर अप्रसन्नता प्रकट करने से अच्छा अपने पद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 24, 2015 1:13 PM

नयी दिल्ली : पाकिस्तान दिवस पर विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह का पाकिस्तान उच्चायोग में शिरकत करना राजनीतिक रंग लेता जा रहा है हालांकि उन्होंने इसको लेकर ट्विटर पर अपनी सफाई दी है. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें ट्विटर पर अप्रसन्नता प्रकट करने से अच्छा अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए.

सोमवार को नई दिल्‍ली में आयोजित पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस कार्यक्रम में सिंह ने सरकार का प्रतिनिधित्व किया था जिसके बाद से उनके खिलाफ लगातार आवाज उठने लगे और उन्हें ट्विटर पर सफाई देनी पड़ी. उन्होंने लिखा कि कार्यक्रम में सरकार की ओर से उन्हें शिरकत करने को कहा गया था.

तिवारी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘अगर सिंह पाकिस्तान पर अपनी सरकार के दोहरे मानदंडों से इतने अप्रसन्न हैं तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए. अन्य मंत्रियों ने भी पहले पाकिस्तान के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने से मना किया है.’ सिंह की परेशानी इतने में कम नहीं हुई इसके बाद दिल्ली में भाजपा का पटखनी देने वाली आम आदमी पार्टी के राष्‍ट्रीय प्रवक्ता कुमार वि श्‍वास ने भी उनपर तल्ख टिप्पणी की है.

उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि ‘श्रीमान सिंह मुझे उम्मीद है कि अपने अलगाववादियों के साथ जो बिरयानी का मजा लिया वह स्पाइसी रहा होगा. ये वहीं हैं जो भारत माता को बांटने में विश्‍वास रखते हैं और सीमा पर भारत मां के लाल को मार रहे हैं.’ आपको बता दें इस मामले को गर्म होता देख सोमवार रात वीके सिंह ने अपना पक्ष ट्विटर पर रखा. उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट किये जिसमें उन्होंने कार्यक्रम में शिरकत करना अपनी मजबूरी बताई.

कांग्रेस नेता एएम सिंघवी ने कहा कि वीके सिंह को वही करना चाहिए था जो उनके मन में था. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों कश्‍मीर में जो घटनायें हुई उसके बाद वीके सिंह का पाकिस्तान दिवस में शिरकत करना सरकार की असंवेदनशीलता को दिखलाता है.

Next Article

Exit mobile version