नयी दिल्ली : सोशल मीडिया पर नरेंद्र मोदी को मिल रही लोकप्रियता को देखते हुए कांग्रेस ट्विटर, फेसबुक और अन्य इंटरेक्टिव इंटरनेट साइट पर अपने प्रवक्ताओं को प्रशिक्षत करने के लिए आज से अपनी तरह का एक पहला कार्यशाला आयोजित कर रही है.
इस कार्यशाला में करीब 300 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे जिनमें प्रत्येक राज्यों से पांच प्रतिनिधि होंगे. गुजरात के मुख्यमंत्री के साथ भाजपा सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय है और लगता है कि कांग्रेस भी इसी से सबक लेते हुए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती. सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी और केंद्रीय मंत्री शशि थरुर इस कार्यशाला में हिस्सा लेने वालों को यह बतायेंगे कि माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर क्या करें क्या न करें.
कार्यशाला के लिए कई और विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है. विशेषज्ञ बताएंगे कि लोगों से संवाद करने के लिए दुनिया में राजनीतिक पार्टियां कैसे सोशल मीडिया इस्तेमाल करती है. एआईसीसी में डिजिटल मीडिया पर एक प्रकोष्ठ होगा. सांसद दीपेंदर हुड्डा भी इसका हिस्सा होंगे और संचार विभाग की अगुवाई पार्टी महासचिव अजय माकन करेंगे.
हालांकि, पश्चिम की तुलना में भारत में डिजिटल पैठ अभी सीमित है लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले युवाओं तक पहुंच बनाने के लिए इसे एक प्रभावशाली औजार के तौर पर देखा जा रहा है. सोशल मीडिया की भूमिका ऐसे समय में काफी महत्वपूर्ण होने जा रही है जब देश की आबादी का 65 फीसदी हिस्सा 35 साल से नीचे की उम्र वालों का है.