एनटीआर के पुत्र हरिकृष्णा ने राज्यसभा से इस्तीफा दिया

नयी दिल्लीः आंध्रप्रदेश का विभाजन किए जाने के फैसले के विरोध में तेदेपा के सांसद एन हरिकृष्णा ने आज राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.दिवंगत नेता एन टी रामाराव के पुत्र हरिकृष्णा ने आज सुबह राज्यसभा के सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी से मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया. राज्यसभा के उपसभापति पी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2013 3:32 PM

नयी दिल्लीः आंध्रप्रदेश का विभाजन किए जाने के फैसले के विरोध में तेदेपा के सांसद एन हरिकृष्णा ने आज राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.

दिवंगत नेता एन टी रामाराव के पुत्र हरिकृष्णा ने आज सुबह राज्यसभा के सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी से मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया. राज्यसभा के उपसभापति पी जे कुरियन ने सदन में इसकी घोषणा की कि सभापति ने हरिकृष्णा का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. उनका इस्तीफा 22 अगस्त से प्रभावी होगा.

इसके पहले हरिकृष्णा ने कहा कि कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनावों के दौरान राजनीतिक लाभ उठाने के लिए आंध्र प्रदेश के विभाजन का फैसला किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस फैसले से कांग्रेस ने तेलुगु भावना को ही मार डाला.

हरिकृष्णा ने कहा कि उनके पिता ने राज्य को एकीकृत रखने के लिए कई कदम उठाए थे. उन्होंने कहा कि उनके पिता आंध्र प्रदेश के विभाजन के पक्ष में नहीं थे और एकीकृत आंध्र के पक्षधर थे.

हरिकृष्णा ने कहा मेरी अंतररात्मा मुझे राज्यसभा के सदस्य पद पर बने रहने की अनुमति नहीं देती.’ कुरियन ने सदन में जब इसकी घोषणा की, हरिकृष्णा की पार्टी तेदेपा के दो सांसद वाई एस चौधरी और सी एम रमेश आसन के समीप आकर आंध्र प्रदेश मुद्दे को उठाए जाने की मांग कर रहे थे. उस समय सदन में श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों पर हो रहे लगातार हमलों से पैदा स्थिति संबंधी ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी और विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद को सदन में एक बयान देना था.

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