विपक्षी प्रचार की काट ठोस तथ्यों के साथ करे:राहुल
नयी दिल्ली: नरेन्द्र मोदी के अधिकाधिक आक्रामक होने के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज पार्टी के मीडिया प्रबंधकों से कहा कि वे विपक्ष के प्रोपेगंडा पर चुप नहीं रहें और उसकी काट ठोस तथ्यों से करें.राहुल ने जोर दिया कि किसी मुद्दे पर जिला कांग्रेस से एआईसीसी स्तर तक पार्टी नेताओं के जवाब […]
नयी दिल्ली: नरेन्द्र मोदी के अधिकाधिक आक्रामक होने के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज पार्टी के मीडिया प्रबंधकों से कहा कि वे विपक्ष के प्रोपेगंडा पर चुप नहीं रहें और उसकी काट ठोस तथ्यों से करें.राहुल ने जोर दिया कि किसी मुद्दे पर जिला कांग्रेस से एआईसीसी स्तर तक पार्टी नेताओं के जवाब में समानता होनी चाहिए.
उन्होंने राज्यों और केंद्र शासित राज्यों के 32 मीडिया प्रमुखों को संबोधित करते हुए कहा कि अब पार्टी में कार्यप्रदर्शन आकलन तंत्र है और इस लिए नतीजे दिखाने वाले लोगों को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने आज शाम जवाहर भवन में प्रदेश मीडिया प्रमुखों को संबोधित किया जहां पार्टी ने सोशल मीडिया पर एक दिन की कार्यशाला आयोजित की. यह अपने किस्म की पहली कार्यशाला थी जिसमें प्रवक्ताओं को ट्वीटर, फेसबुक और अन्य इंटरऐक्टिव इंटरनेट साइट पर प्रशिक्षण दिया गया.
केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी और शशि थरुर, एआईसीसी मीडिया विभाग प्रमुख अजय माकन और पार्टी सांसद दीपेन्दर हुड्डा ने देश भर से जमा हुए पार्टी के मीडिया रणनीतिकारों को अलग अलग सत्रों में संबोधित किया.राहुल ने सोशल मीडिया पर सत्र को संबोधित नहीं किया और प्रदेश मीडिया विभाग प्रमुखों के साथ उनके संवाद को अंत तक गुप्त रखा गया.
संवाद के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष ने पार्टी नेताओं से कहा कि उन्हें विपक्ष के झूठ और दुष्प्रचार का जवाब उसी तरीके से देने की जरुरत नहीं है. राहुल ने कहा, विपक्ष के दुष्प्रचार की काट गरिमापूर्ण तरीके से भी की जा सकती है. चुप नहीं रहें. बोलें और मजबूती से काट करें. आप पार्टी के प्रवक्ता हैं.माना जाता है कि उन्होंने उनसे कहा, लेकिन इसके लिए जब आप टेलीविजन चर्चा में जाएं तो आपको अपटूडेट रहना होगा. आपको सारगर्भिता के साथ अपनी दलीलों को पेश करना होगा. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने उन्हें कहा कि जहां उन्हें पार्टी मंच के अंदर किसी मुद्दे पर आजादी से चर्चा करना चाहिए जब आप सार्वजनिक मंच पर जाते हैं और टेलीविजन तथा मीडिया से बात करते हैं तो आपके जवाबों में एकरुपता होनी चाहिए. राहुल ने कहा कि अगर नेताओं के बीच नियमित संपर्क और संवाद हो तो जिला कांग्रेस से ले कर एआईसीसी स्तर तक पार्टी नेताओं के जवाब में एकरुपता हासिल की जा सकती है.
समझा जाता है कि राहुल ने जोर दिया, कोई संवादहीनता नहीं होनी चाहिए. जब आप बाहर बोलते हैं तो आप पार्टी के संवादवाहक होते हैं.कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि अपने विचारों को पुरजोर ढंग से पेश करते हुए उन्हें सकारात्मक राजनीति का ध्यान रखना चाहिए. भाजपा के चुनाव अभियान समिति प्रमुख नियुक्त होने के बाद मोदी ने कांग्रेस पर बड़ी आक्रामकता से हमले किए हैं और पार्टी के सूत्रों का कहना है कि हालांकि बैठक के दौरान राहुल ने किसी विपक्षी नेता का नाम नहीं लिया, उन्होंने विरोधियों के झूठे दावों का पर्दाफाश करते समय मर्यादाहीन निजी हमलों में नहीं उलझने पर जोर दिया.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि पार्टीजन के काम का अब उचित तरीके से आकलन किया जा रहा है और इसलिए कार्यप्रदर्शन नजरअंदाज नहीं किया जाएगा. अब यह कोई चार-पांच नेता नहीं हैं जो हर कुछ का फैसला करेंगे. यह कार्यप्रदर्शन है जो मायने रखता है.एक सत्र को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने राज्यों से आए कांग्रेसजन से किसी टेलीविजन चर्चा में हिस्सा लेते हुए ‘क्या करें, क्या नहीं करेंके बारे में बताया.
थरुर ने अपने सत्र में बताया कि फेसबुक और ट्वीटर जैसे कम्युनिटी नेटवर्किंग साइट पर विभिन्न मुद्दों पर पार्टी की समझ पेश करते हुए कैसे अधिकतम प्रभाव हासिल किया जाए. कार्यशाला में 300 लोगों ने हिस्सा लिया जिनमें प्रत्येक राज्य से आए पांच पांच प्रतिनिधि भी शामिल थे. इसे संबोधित करने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों को बुलाया गया था.
कार्यशाला की शुरुआत में पार्टी के युवा सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने भाजपा और उसके नेता नरेन्द्र मोदी पर आधा सच और झूठी अफवाह फैलाने के लिए वैतनिक पेशेवरों के इस्तेमाल का आरोप लगाया.