”आप” के योगेन्द्र यादव ने ‘सशर्त’ इस्तीफा जारी किया
नयी दिल्ली: आप नेता योगेन्द्र यादव ने आज एक ‘‘नोट’’ सार्वजनिक किया जिसे उन्होंने प्रशांत भूषण के साथ मिलकर लिखा है और उन्होंने 17 मार्च को पार्टी को भेजा था जिसमें प्रस्ताव दिया था कि उनकी मांगें स्वीकार किए जाने पर वे पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं. अरविंद केजरीवाल के विश्वस्त […]
नयी दिल्ली: आप नेता योगेन्द्र यादव ने आज एक ‘‘नोट’’ सार्वजनिक किया जिसे उन्होंने प्रशांत भूषण के साथ मिलकर लिखा है और उन्होंने 17 मार्च को पार्टी को भेजा था जिसमें प्रस्ताव दिया था कि उनकी मांगें स्वीकार किए जाने पर वे पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल के विश्वस्त लोगों के दावे का प्रतिवाद करते हुए कि यादव..भूषण ने स्वेच्छा से पद से हटने की पेशकश की थी, यादव ने कहा कि नोट के अंत में दोनों ने कुछ मांगें रखी थीं जिसमें उन्होंने कहा कि इन मांगों को स्वीकार कर लिए जाने पर वे राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा दे देंगे और दूसरे पद भी छोड देंगे.
इसमें कहा गया, ‘‘अगर इन्हें स्वीकार किया जाता है तो हम दोनों राष्ट्रीय कार्यकारिणी को खुशी..खुशी छोड देंगे और पार्टी के दूसरे पदों एवं जिम्मेदारियों को भी छोड देंगे.’ पत्र में लिखा है, ‘‘इसमें राष्ट्रीय अनुशासन समिति की कुर्सी प्रशांत भूषण के मामले में और मुख्य प्रवक्ता एवं हरियाणा प्रभारी का पद योगेन्द्र यादव के मामले में शामिल है. पार्टी का साधारण सदस्य होना ही हम दोनों के लिए बडे सम्मान की बात है.’’
पांच बिंदुओं वाले नोट में ‘‘हमने पार्टी में गतिरोध खत्म करने के प्रस्ताव दिए’’ जिसमें हमने मांग की कि पार्टी स्वेच्छा से आरटीआई को स्वीकार करे, कार्यकर्ताओं को मुख्य निर्णय करने में शामिल करे, आचार संहिता को बनाए रखने के लिए लोकपाल और लोकायुक्त को सक्रिय करे, राज्य इकाइयों की स्वायत्तता सुनिश्चित करे और राष्ट्रीय कार्यकारिणी में रिक्त पदों को राष्ट्रीय परिषद द्वारा गुप्त मतदान से भरा जाए.