नयी दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करेंगे. इसको बिहार में होने वाले चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. इस मुलाकात को लेकर सूबे के सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. जानकारों की मानें तो बिहार में भाजपा और जदयू के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल सकती है.
वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों के लागू होने के चलते बिहार को होनेवाले 50 हजार करोड़ रुपये के नुकसान की भरपाई करने की मांग की. साथ ही पिछड़ा क्षेत्र अनुदान कोष (बीआरजीएफ) के तहत बिहार को मिलनेवाली सहायता को जारी रखने का अनुरोध किया. नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद नीतीश कुमार की उनसे यह पहली मुलाकात थी.
केजरीवाल के करीबी सूत्रों ने शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री के दिल्ली सचिवालय पहुंचने के कार्यक्रम को लेकर कहा कि यह एक शिष्टाचार भेंट है. इसको किसी सियासत से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.
केजरीवाल के मुरीद हैं नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केजरीवाल के चाहने वालों में से एक हैं. उन्होंने कई अवसर पर केजरीवाल की तारीफ की है. दिल्ली में ऐतिहासिक विजय दर्ज करने पर उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और सूबे के मुख्यमंत्री को बधाई देने वालों में भी नीतीश कुमार आगे थे. दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान उनके आप के पक्ष में चुनावी सभाएं करने की भी योजना थी लेकिन बाद में इसे कुछ कारणों की वजह से उन्होंने रद्द कर दिया. अब बिहार में नीतीश कुमार को भाजपा को टक्कर देनी है और ऐसा माना जा रहा है कि केजरीवाल से उनकी दोस्ती इस सियासी लड़ाई में उनके लिए कुछ हद तक मददगार हो सकती है.