अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नया स्टिंग, अपने ही पार्टी के नेताओं को दी गालियां

नयी दिल्लीः आम आदमी पार्टी के अंदर उठा तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज एक नये घटनाक्रम में पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एक नया स्टिंग सामने आया है. पार्टी के नेता उमेश सिंह ने एक ऑडियों क्लिप जारी किया है जिसे एक न्यूज चैनल में सुनाया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2015 7:54 PM

नयी दिल्लीः आम आदमी पार्टी के अंदर उठा तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज एक नये घटनाक्रम में पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एक नया स्टिंग सामने आया है. पार्टी के नेता उमेश सिंह ने एक ऑडियों क्लिप जारी किया है जिसे एक न्यूज चैनल में सुनाया जा रहा है. हालांकि उस चैनल ने कहा है कि वह खुद उसकी पुष्टि नहीं करता. यह स्टिंग 22 मार्च का बताया गया है अर्थात केजरीवाल के इलाज कराकर बेंगलूरु से लौटने के बाद की.

ऑडियो क्लीप में आप नेता उमेश सिंह और अरविंद केजरीवाल के बीच बातचीत करते हुए सुनाया गया है. केजरीवाल को आप नेता आनंद कुमार और अजीत झा के खिलाफ अपशब्द बोलते हुए सुनाया गया है. इसमें उन्होंने कहा है कि वे लोग दिल के काले हैं कमीने हैं.

उन्होंने कहा कि अगर वे किसी दूसरी पार्टी में होते तो उन्हें … में लात मारकर निकाल दिया जाता. इस क्लीप में केजरीवाल को उमेश सिंह के साथ यह भी कहते हुए सुना गया कि अगर मुझसे परेशानी है तो वे लोग ही चलाए आम आदमी पार्टी को. मैं अपने 67 एमएलए को लेकर नयी पार्टी बना लूंगा.

क्लीप में उमेश सिंह को केजरीवाल की तारीफ करते हुए भी सुना गया है. उमेश सिंह कह रहे हैं कि आप ने मोदी को दिल्ली में हराकार यह साबित कर दिया कि आप भविष्य में उससे भी बडा नेता बन सकते हैं. बस आप पार्टी के अंदर जो चल रहा है उसमें अपने को इन्वोल्व करिए. उमेश कह रहे हैं कि आप के जो भी असंतुष्ट नेता है मैं उनसे भी मिलता रहता हूं. वे आपको रिप्लेश नहीं करना चाहते बल्कि आपको आगे करके सपोर्ट करना चाहते हैं.

जब इस बाबत आप नेता से सवाल पूछा गया तो आप नेता आशुतोष ने कहा कि यह एक षडयंत्र के तहत किया गया कॉल रिकार्ड है ताकि भविष्य में उन्हें बदनाम किया जा सके. उन्होंने कहा कि जब आदमी गुस्से में होता है तो प्राइवेट कंवर्सेशन में कुछ गलत बोल जाता है. इसलिए इसे मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए. उन्होंने जो भी कहा गुस्से में कहा. जिन लोगों ने पार्टी को हराने या तोडने की कोशिश की उसके बारे में गुस्सा होना जायज है. हालांकि उन्होंने उनके द्वारा बोले गये अपशब्द का समर्थन नहीं किया.

गौरतलब है कि कल ही पार्टी के कार्यकारिणी परिषद की बैठक है जिसमें प्रशांत-योगेंद्र के भाग्य का फैसला होना है.

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