पटना: बिहार सरकार ने वन एवं पर्यावरण विभाग के पांच अधिकारियों और एक पुलिस अधिकारी को इस साल डॉल्फिनों और बाघ की रक्षा करने और उन्हें नए स्थान पर स्थानांतरित करने में अहम भूमिका के लिए आज सम्मानित किया.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां एक कार्यक्रम में छह अधिकारियों को सम्मानित किया.
अररिया के संभागीय वन अधिकारी रणबीर सिंह और निदेशक गोपाल शर्मा को इस साल नौ मार्च को किशनगंज में डोंक नदी में फंसी दो डॉल्फिनों को बचाने के लिए जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने प्रशस्ति पत्र भी दिया. दोनों सफलतापूर्वक डॉल्फिनों को नदी से बाहर लाए और इलाज के बाद उन्हें महानदी में स्थानांतरित कर दिया.
एक अन्य घटना में तीन अधिकारियों और बेतिया के संभागीय वन अधिकारी कमलजीत सिंह ने बेतिया जिले के सिरसिया गांव में बाल्मीकिनगर बाघ अभयारण्य से बाहर आ गए एक बाघ को शांत किया और बाद में उसे बगहा जिले में बाल्मीकिनगर में भेरियार वन में छोड़ दिया. बेतिया के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार नायक को 12 घंटे लंबे अभियान के दौरान भीड़ का कारगर तरीके से नियंत्रण करने के लिए सम्मानित किया गया. जिन दो अन्य को पुरस्कृत किया गया उनमें डीएफओ सह बाल्मीकिनगर बाघ अभयारण्य के उप निदेशक नंद किशोर और संजय गांधी जूलॉजिकल पार्क के मक्शूदुल हसन शामिल हैं. उन्हें सिरासिया गांव में बाघ को शांत करने के लिए पुरस्कृत किया गया.