नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज राष्ट्रीय परिषद की बैठक में दो टूक कहा कि या तो प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव पार्टी में रह सकते हैं या फिर वह रह सकते हैं. केजरीवाल की इस धमकी के बाद दोनों को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर किया गया.केजरीवाल ने अपने एक घंटे लंबे संबोधन में भूषण और यादव पर आरोप लगाया कि ये दोनों नेता दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप को हराने का प्रयास कर रहे थे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी में जो हो रहा था उसको लेकर वह दुखी थे और उन्होंने इससे दूर रहने का फैसला किया. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक केजरीवाल ने कहा, अगर पार्टी फैसला करती है तो मैं इस्तीफा दूंगा और सभी पदों को त्याग दूंगा. अब यह आपको (राष्ट्रीय परिषद) तय करना है कि आप मुझे चाहते हैं या उन लोगों को. केजरीवाल ने कहा कि जब पार्टी का एक धडा जीत के लिए काम कर रहा था तो दूसरा धड़ा हार के लिए षडयंत्र रच रहा था.
उन्होंने कहा कि वह प्रशांत भूषण के निर्देश का पालन करते हुए जेल गये. वह पिछले साल मानहानि के मामले में मुचलका नहीं भरने पर जेल जाने का जिक्र कर रहे थे.सूत्रों का कहना है कि भूषण ने ही उनको मुचलका नहीं भरने के लिए कहा था.