पिछले 100 सालों में यह मार्च सबसे ज्यादा बारिश वाला रहा : आइएमडी

नयी दिल्ली : भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) ने आज कहा कि यह मार्च पिछले 100 साल में सबसे ज्यादा बारिश वाला मार्च का महीना रहा. इसके साथ ही मौसम विभाग ने अगले दो हफ्तों में और बारिश होने की संभावना व्यक्त की है. आइएमडी के महानिदेशक एल एस राठौड ने कहा कि बारिश के कारण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 29, 2015 10:56 PM

नयी दिल्ली : भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) ने आज कहा कि यह मार्च पिछले 100 साल में सबसे ज्यादा बारिश वाला मार्च का महीना रहा. इसके साथ ही मौसम विभाग ने अगले दो हफ्तों में और बारिश होने की संभावना व्यक्त की है. आइएमडी के महानिदेशक एल एस राठौड ने कहा कि बारिश के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में सामान्य फसलों और सब्जियों के साथ ही बागवानी वाली फसलों को भी व्यापक नुकसान हुआ.

उन्होंने कहा कि मुसीबत अभी समाप्त नहीं हुयी है. हालांकि हम सब जानते हैं कि मार्च में काफी बारिश हुयी. उन्होंने कहा कि 1915 के बाद से ही यह सबसे ज्यादा बारिश वाला मार्च रहा, खासकर उत्तर भारत में. इसके साथ ही उन्होंने अगले दो हफ्तों के दौरान भी बारिश होने की संभावना व्यक्त की. उत्तर भारत में कश्मीर घाटी सहित कई स्थानों पर आज बारिश हुई.

कश्मीर घाटी में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग को भूस्खलन के कारण बंद कर दिया गया. राष्ट्रीय राजधानी में भी दिन में आसमान में बादल छाए रहे और कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हुई. मौसम विभाग ने कल यहां बारिश होने की संभावना व्यक्त की है.

इस बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों के लिए मुआवजे की सीमा में वृद्धि की खातिर केंद्र राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करेगा. खराब मौसम के कारण देश के 14 राज्यों में 106.73 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में रबी की फसल को नुकसान हुआ है.

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