जम्मू कश्मीर में बाढ से स्थिति गंभीर, पर घबराने की जरूरत नहीं : नकवी

श्रीनगर :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूत के रूप में जम्मू कश्मीर के दौरे पर गये केंद्रीय राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज वहां हालात का जायजा लिया. उसके बाद उन्होंने कहा कि स्थिति गंभीर है, पर घबराने की आवश्यकता नहीं है. हर चीज नियंत्रण में है. उधर, जम्मू कश्मीर में मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2015 10:57 AM

श्रीनगर :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूत के रूप में जम्मू कश्मीर के दौरे पर गये केंद्रीय राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज वहां हालात का जायजा लिया. उसके बाद उन्होंने कहा कि स्थिति गंभीर है, पर घबराने की आवश्यकता नहीं है. हर चीज नियंत्रण में है. उधर, जम्मू कश्मीर में मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने भी कहा है कि बाढ से घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने आज बाढ राहत के लिए 25 करोड रुपये रिलीज भी किया. उधर, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री से बात कर राज्य को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है.राज्य में मेघराज 2 नाम से बाढ राहत के लिए ऑपरेशन शुरू किया गया है.

जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर बाढ़ का खतरा है. मौसम विभाग ने इस बीच राहत की खबर दी है कि अभी दो दिनों तक बारिश की संभावना कम है. लेकिन दो दिनों के बाद भारी बारिश का अनुमान है. जम्मू कश्मीर के कई इलाकों में बाढ़ ने अपनी दस्तक दे दी है. कई घरों में पहले मंजिल तक पानी भरा है. निचले इलाकों में ज्यादा खतरा बना हुआ है. हालांकि श्रीनगर और जम्मू में बाढ़ का खतरा अभी कम है. राज्य में बाढ़ घोषित कर दी गयी है. लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की हिदायत दी गयी है एनडीआरएफ की टीम मदद के लिए तैयार है. राज्य ने केंद्र से मदद की गुहार लगायी है.

मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने आज कहा कि बाढ की वजह से राज्य में एक व्यक्ति की मौत हो गयी जबकि कश्मीर घाटी के बडगाम जिले में 10 अन्य लोग एक घर के मलबे में फंस गए हैं.मुख्यमंत्री ने विधानसभा में एक बयान में कहा, ‘‘बडगाम जिले के लालदन इलाके में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई जहां घर के मलबे में दस लोग फंस गए हैं.’’उन्होंने कहा, ‘‘हम उम्मीद और दुआ करते हैं कि उनमें से सब सही सलामत हों.

इस समय मैं किसी भी चीज की पुष्टि करने की हालत में नहीं हूं.’’ सईद ने कहा कि पुलिस पहले ही घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और ‘‘सब सही सलामत हो इसके लिए हम अपनी ओर से हरसंभव कोशिश करेंगे.’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि उधमपुर में एक ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ मौत हुई है और जम्मू में भी कई जगहों पर एकाएक बाढ आयी है. उन्होंने कहा, ‘‘हम हालत पर नजर बनाए हुए हैं.’’

राज्य के ज्यादातर हिस्सों में हुई भारी बारिश के कारण श्रीनगर और दक्षिण कश्मीर के संगम इलाके में झेलम नदी का पानी आज खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया जिसके मद्देनजर अलर्ट जारी करके लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है. आज बाढ़ का जायजा लेने केंद्रीय मंत्री मुख्‍तार अब्बास नकवी श्रीनगर में हैं.

नकवी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ का जायजा लेकर शाम तक रिपोर्ट करने को कहा है. प्रशासन ने बाढ़ के बाद सेना से मदद मांगी है. बडगाम जिला में दो घर बारिश के कारण धंस गये हैं जिसमें 21 लोगों के फंसे होने की खबर है. टीवी रिपोर्ट के अनुसार दस लोगों के शव को इसमें से निकाला जा चुका है. 13 लोगों का पता अभी तक नहीं चल पाया है.

घाटी में बाढ की घोषणा, स्कूल बंद

लगातार बारिश के कारण श्रीनगर में झेलम नदी में जलस्तर खतरे के निशान से उपर पहुंचने के कारण जम्मू कश्मीर सरकार ने आज घाटी में बाढ की स्थिति की घोषणा कर दी. भारी बारिश के कारण अधिकतर इलाकों के जलमग्न होने के बाद घाटी में सारे स्कूलों को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. प्रवक्ता ने बताया कि बाढ नियंत्रण के लिए तैनात सभी कर्मियों को तत्काल ड्यूटी पर रिपोर्ट करने को कहा गया है. भारी बारिश और बाढ के कारण घाटी में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है. पिछले साल सितंबर में आई बाढ राज्य के इतिहास में अब तक की सबसे भीषण बाढ रही जिसके कारण घाटी में भारी नुकसान हुआ था.

मुंशीबाग और झेलम नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर

सिंचाई एवं बाढ नियंत्रण विभाग, कश्मीर के मुख्य इंजीनियर के अनुसार, सुबह सात बजे तक मुंशीबाग और संगम में झेलम नदी में जलस्तर खतरे के निशान क्रमश: 18 फुट और 22 फुट को पार कर गया. इसी कारण अधिकारियों ने कश्मीर में बाढ की स्थिति की घोषणा कर दी है और निचले इलाकों खासकर झेलम और आस पास के इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि सरकार ने बाढ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए कर्मियों और मशीनों को लगा दिया गया है. बुजुर्गों और बच्चों को विशेष रुप से तैयार शिविरों में जाने को कहा गया है.

पिछले 36 घंटे से लगातार हो रही है बारिश

स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने झेलम नदी के किनारे बसे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर चले जाने को कहा है और कई स्थानों पर राहत और बचाव अभियान शुरु किया है. इनमें मध्य कश्मीर के बदगाम जिले के चदूरा इलाके का लादेन गांव भी शामिल है, जहां जमीन धसकने से दो मकान ढह गए और कई लोग इनके मलबे तले दब गए. पिछले 36 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण झेलम नदी का पानी कई जगहों पर खतरे का निशान पार कर गया. इन इलाकों में अनंतनाग जिले में संगम और शहर का राम मुंशी बाग इलाका शामिल है. एक नहर का किनारा टूटने से शहर के बेमिना इलाके की हमदानिया कालोनी में पानी भर गया.

क्या कहा उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने

उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने जम्मू में आज विधानसभा को हालात से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि घाटी में ज्यादातर नाले उफान पर हैं और उनमें पानी का प्रवाह बढ रहा है. सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद मंत्रियों के एक समूह के साथ घाटी के पूरे हालात की निगरानी कर रहे हैं और जनधन की सुरक्षा के लिए प्रशासकीय प्रयासों पर नजर बनाए हुए हैं. इस दौरान तीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं. बाढ के कारण अपने घरबार छोडने को मजबूर लोगों के लिए कई सरकारी इमारतों में अस्थायी शिविर स्थापित किए गए हैं. घाटी के बाढ से घिरे इलाकों से करीब 250 परिवारों को कल सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. बदगाम जिले के चरारे शरीफ इलाके में शुक्रवार को भूस्खलन के कारण 40 ढांचों को नुकसान पहुंचा था.

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