अप्रैल में हो सकता है नरेंद्र मोदी कैबिनेट का विस्तार, नजमा हेपतुल्ला को राज्यपाल बनाने की संभावना

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मंत्री परिषद का अप्रैल में कभी भी विस्तार कर सकते हैं. उनके कैबिनेट का सरकार बनने के बाद यह दूसरा विस्तार होगा. मोदी मंत्री परिषद के इस विस्तार पर क्षेत्रीय संतुलन व आगामी विधानसभा चुनावों की छाप नजर आयेगी. सूत्रों के अनुसार, मोदी अपने मंत्री परिषद की सबसे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2015 1:14 PM
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मंत्री परिषद का अप्रैल में कभी भी विस्तार कर सकते हैं. उनके कैबिनेट का सरकार बनने के बाद यह दूसरा विस्तार होगा. मोदी मंत्री परिषद के इस विस्तार पर क्षेत्रीय संतुलन व आगामी विधानसभा चुनावों की छाप नजर आयेगी. सूत्रों के अनुसार, मोदी अपने मंत्री परिषद की सबसे बुजुर्ग मंत्री को नजमा हेपतुल्ल्ला को कैबिनेट से बाहर कर सकते हैं. उन्हें किसी राज्य का राज्यपाल बनाने की चर्चा है. मोदी बेहतर कामकाज का प्रदर्शन करने में असफल रहे मंत्रियों को भी बाहर का रास्ता दिखायेंगे और नये लोगों को जगह दे सकते हैं.
नजमा फिलहाल अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री हैं. उनकी जगह इस मंत्रलय की जिम्मेवारी फिलहाल राज्यमंत्री के रूप में काम कर रहे मुख्तार अब्बास नकवी को सौंपी जा सकती है. अगर ऐसा बदलाव होगा तो यह उनकी प्रोन्नति होगी. मोदी अपने कैबिनेट में शिवसेना का प्रतिनिधित्व बढा सकते हैं और राजस्थान को भी नया प्रतिनिधित्व दे सकते हैं. वहां की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की यह मांग भी रही है कि पार्टी की झोली में पर्याप्त सीटें डालने के बावजूद उनके राज्य को केंद्रीय सरकार में उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिला.
इसके अलावा इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव व अगले साल होने वाले कुछ अन्य राज्यों के चुनावी समीकरण को ध्यान में रख कर भी कैबिनेट में फेरबदल किया जायेगा. सूत्रों का कहना है कि भाजपा की तीन व चार अप्रैल को बेंगलुरु में होने वाली दो दिवसीय कार्यकारिणी की बैठक में इस मुद्दे पर विचार किया जायेगा और एक खाका तैयार किया जायेगा. सूत्र यह भी कह रहे हैं कि कैबिनेट का विस्तार संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की 20 अप्रैल को शुरू होने से पहले कर लेंगे.

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