यमन से भारतीयों को निकालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सउदी अरब से मदद मांगी
नयी दिल्ली : आतंकवाद प्रभावित यमन में फंसे 4,000 भारतीयों की सुरक्षित वापसी पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नजर बनाये हुए हैं. भारतीयों की सुरक्षा को लेकर चिंतित प्रधानमंत्री ने सोमवार रात सउदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सउद से टेलीफोन पर बात की और उनसे सहयोग मांगा. सउदी के शाह ने […]
नयी दिल्ली : आतंकवाद प्रभावित यमन में फंसे 4,000 भारतीयों की सुरक्षित वापसी पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नजर बनाये हुए हैं. भारतीयों की सुरक्षा को लेकर चिंतित प्रधानमंत्री ने सोमवार रात सउदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सउद से टेलीफोन पर बात की और उनसे सहयोग मांगा.
सउदी के शाह ने मोदी से बातचीत की और इस दौरान प्रधानमंत्री ने उन्हें लोगों को यमन से निकालने की भारत की योजना के बारे में बताया.
सउदी के शाह ने मोदी को दिया आश्वासन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां से भारतीयों को निकालने में सउदी अरब का समर्थन और सहयोग मांगा. दोनों देशों के बीच ‘‘मजबूत और घनिष्ठ’ संबंधों को याद करते हुए सउदी के शाह ने मोदी को आश्वासन दिया कि वह यमन में भारतीय की सुरक्षा पर पूरा ध्यान देंगे और उन्हें जल्दी तथा सुरक्षित निकालने में हर संभव सहयोग करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, ‘‘प्रधानमंत्री ने यमन में फंसे करीब 4,000 भारतीयों की सुरक्षा और कल्याण को लेकर अपनी गंभीर चिंता से उन्हें अवगत कराया.’’बयान के मुताबिक, ‘‘प्रधानमंत्री ने महामहिम शाह सलमान से लोगों को निकालने की भारत की योजना साझा की और यमन से भारतीय नागरिकों को निकालने में महामहिम से समर्थन और सहयोग की मांग की.’’
यमन से नागरिकों को लाने के लिए भारत ने भेजा विमान
एअर इंडिया ने अशांत यमन में फंसे सैकडों भारतीयों को लाने के लिए सोमवार को अपना पहला विमान भेजा. खाडी देश में अराजक हालात पैदा होने के मद्देनजर भारत सरकार के अपने नागरिकों को वहां से लाने के फैसले के ठीक बाद यह कवायद शुरू हुई. वहीं कोचीन पोर्ट ट्रस्ट के अधिकारी ने बताया कि यमन में फंसे भारतीय नागरिकों को वहां से लाने के लिए भारत ने दो यात्री पोत जिबुती बंदरगाह भेजे हैं. दिल्ली से 180 सीटों वाले एअरबस ए320 विमान ने सोमवार सुबह सात बजकर 45 मिनट पर उडान भरी.
यमन से 500 से अधिक पाकिस्तानी नागरिकों को वापस लाया गया
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स की एक विशेष उडान के माध्यम से संघर्ष प्रभावित यमन से 116 बच्चों समेत 500 से अधिक पाकिस्तानियों को निकाला गया है. यमन से पाकिस्तानी नागरिकों को लेकर पीआईए का विमान कल देर रात कराची हवाईअड्डे पर उतरा। बाद में 502 में से 326 यात्रियों को इस्लामाबाद की उडान से रवाना किया गया. प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अधिकारियों को खाडी देश में सुरक्षा हालात बिगडने के बाद यमन में फंसे 3000 से अधिक पाकिस्तानियों को निकालने का आदेश दिया था.
यमन में विस्थापितों के शिविर पर हवाई हमले में 45 की मौत
उत्तरपश्चिम यमन में विस्थापित लोगों के एक शिविर पर हवाई हमले में कम से कम 45 लोगों की मौत हो गई. विद्रोहियों ने सोमवार रात शस्त्रागार को भी निशाना बनाया. इस बात की जानकारी ‘इंटरनेशनल आर्गनाइजेशन फार माइग्रेशन’ (आईओएम) ने दी है. प्रवक्ता जोइल मिलमैन ने ईमेल के जरिये कहा, ‘‘आईओएम को आंतरिक रुप से विस्थापितों में 45 लोगों के मरने, 65 के घायल होने की खबर है.’’ इससे पहले, ‘डाक्टर्स विदआउट बार्डर्स’ (एमएसएफ) ने हज्जा प्रांत के अल मजराक शिविर पर हवाई हमले में कम से कम 15 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई थी. मानवता संबंधी मामलों के समन्वय के संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) ने भी कहा कि शिविर को निशाना बनाया गया. सउदी अरब के नेतृत्व में अरब संगठन के युद्धक विमान बीते पांच दिन से यमन में विद्रोही हुथी के स्थलों को निशाना बना रहे हैं.