सुरक्षित भोजन प्राथमिकता होनी चाहिए : डब्ल्यूएचओ

नयी दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य दिवस के पहले स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) आज साथ आए और खाद्य सुरक्षा को बढावा देने के लिए ठोस उपायों पर जोर दिया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर जागरुकता से खाद्य मानकों को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी तथा भोजन से होने वाली बीमारियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 1, 2015 5:51 PM

नयी दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य दिवस के पहले स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) आज साथ आए और खाद्य सुरक्षा को बढावा देने के लिए ठोस उपायों पर जोर दिया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर जागरुकता से खाद्य मानकों को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी तथा भोजन से होने वाली बीमारियों पर रोक लग सकेगी.

खाद्य सुरक्षा पर एक संगोष्टी को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव भानु प्रताप शर्मा ने विभिन्न क्षेत्रों के बीच समन्वय तथा सभी स्तरों पर इसे लागू किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया.

उन्होंने कहा, ‘‘ सभी पक्षों को सही सूचना मुहैया कराने और अधिक जागरुकता की आवश्यकता है तथा यहां डब्ल्यूएचओ की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है.’’ दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के लिए डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक पूनम क्षेत्रपाल सिंह ने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर अपने संदेश में कहा कि खाद्य सुरक्षा पर राजनीतिक जागरुकता और उपभोक्ता शिक्षा से खाद्य मानकों को बेहतर तरीके से लागू करने में मदद मिलेगी.

इससे एक ओर साफसफाई बढेगी वहीं भोजन जनित बीमारियों पर रोक लग सकेगी. इस मौके पर भारत में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि नता मेनाबडे ने कहा कि खाद्य सुरक्षा लोक स्वास्थ्य को लेकर बढती चिंताओं से जुडा एक मुद्दा है.

उन्होंने कहा कि भारत में खाद्य सुरक्षा प्रधानमंत्री द्वारा शुरु किए गए स्वच्छ भारत मिशन से सीधे तौर पर जुडा है.विश्व स्वास्थ्य दिवस सात अप्रैल को है ओर इस बार उसका थीम सुरक्षित भोजन है.

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