टुंडा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत
नई दिल्ली : लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष बम विशेषज्ञ अब्दुल करीम टुंड को दिल्ली की एक अदालत ने आज 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. टुंडा को हृदय संबंधी विशेष देखभाल के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था. एक मजिस्ट्रेट अस्पताल में टुंडा के पास गये और उसे सात सितंबर तक न्यायिक हिरासत […]
नई दिल्ली : लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष बम विशेषज्ञ अब्दुल करीम टुंड को दिल्ली की एक अदालत ने आज 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. टुंडा को हृदय संबंधी विशेष देखभाल के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था.
एक मजिस्ट्रेट अस्पताल में टुंडा के पास गये और उसे सात सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. टुंडा की चार दिन की पुलिस हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद उसे आज अदालत में पेश किया जाना था. लेकिन टुंडा को कल हृदय संबंधी विशेष देखभाल के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था.
सत्तर वर्षीय टुंडा को पिछले हफ्ते शुक्रवार को भारत नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया गया था. उसे सीने में दर्द की शिकायत के बाद 22 अगस्त को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. बहरहाल, विशेष देखभाल एवं सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर उसे अगले दिन एम्स ले जाया गया और विशेष हृदय देखभाल इकाई में भर्ती कराया गया.
दिल्ली की एक अदालत ने देश भर में हुई 37 बम विस्फोट मामलों के सिलसिले में पूछताछ के लिए चार दिनों की पुलिस हिरासत पर भेजने का 20 अगस्त को निर्देश दिया था.
पुलिस ने अदालत को बताया था कि टुंडा को दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर पुलिस थाने में कठोर आतंकवादी कानून टाडा के प्रावधानों के तहत 1994 में विस्फोटक पदार्थ जब्त होने के मामले में भगोड़ा घोषित किया गया था.
बंद कमरे में हुयी कार्यवाही के दौरान टुंडा ने अदालत से कहा कि वह निर्दोष है क्योंकि उसने बम विस्फोट कर महिलाओं एवं बच्चों को मारने के लिए किसी को प्रेरित नहीं किया.
टुंडा उन 20 आतंकवादियों में शामिल है जिन्हें भारत ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के बाद सौंपने के लिए पाकिस्तान से कहा था. उस पर देश में 40 बम विस्फोट घटनाओं में शामिल होने का संदेह है. वह इन 20 आतंकवादियों की सूची में गिरफ्तार किये जाने वाला पहला व्यक्ति है.
दिल्ली पुलिस के अनुसार वह 1993 के श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों, 1997-98 के दिल्ली बम विस्फोटों, उत्तर प्रदेश में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों तथा पानीपत, सोनीपत, लुधियाना और हैदाराबाद विस्फोट मामलों में वांछित है.