बेंगलुरु: आज से बेंगलूरु में भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी दो दिवसीय बैठक शुरू हो गई है. इस बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस को निशाने में लेते हुए कहा कि उन्हें हमारी कमी छोड़कर अपने नेता राहुल गांधी को ढूंढना चाहिए. वहीं, पार्टी ने कार्यकारिणी के माध्यम से नेताओं कार्यकर्ताओं को भूमि अधिग्रहण के पक्ष में मजबूती से खडे होने का संदेश दिया है.एक प्रमुख अंगरेजी अखबार के अनुसार, भाजपा भूमि अधिग्रहण के पक्ष में राष्ट्रव्यापी रैली करेगी. पार्टी पहली रैली झारखंड की राजधानी रांची में छह मई को करेगी.
भाजपा अध्यक्ष ने कार्यकारिणी के अपने उद्घाटन भाषण में नरेंद्र मोदी सरकार के कामकाज की तारीफ की. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यक्रम में भारत की अर्थव्यवस्था का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है और लगातार उसमें चढाव आ रहा है.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हमारी पार्टी की सरकार ने पिछले दस सालों में देश में एक भ्रष्टाचारमुक्त शासन दिया है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे जनता से ज्यादा से ज्यादा संवाद करें और उनके बीच सरकार की उपलब्धियां लेकर जायें. आपको बता दें कि कांग्रेस भाजपा के कार्यकारिणी स्थल के बाहर प्रदर्शन कर रही है. कांग्रेस काला धन देश में लाने के भाजपा की बडी चुनावी घोषणा पर अबतक अमल नहीं हो पाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है.
दो दिनों तक चलने वाली इस बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावेडकर ने जानकारी देते हुए कहा कि 2014 हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण रहा. इस साल हमने कई राज्यों के साथ साथ केंद्र में भी सत्ता हासिल किया. आज भाजपा देश की ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि हमें और काम करने की जरूरत है. जावेडकर ने कहा कि अगले 10 से 20 साल तक नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में रहेगी.
भाजपा एक ऐसी पार्टी है जिसमें लोकतंत्र है. यहां एक सामान्य कार्यकर्ता भी आगे बढ़ सकता है. हम घर घर जाकर लोगों से संवाद कायम करेंगे. सदस्यता अभियान में और तेजी लायी जायेगी. पार्टी 15 लाख कार्यकर्ता को ट्रेनिंग देने का काम करेगी जिससे लोगों से सीधा संवाद करके सदस्यता अभियान में तेजी लाई जा सके. उन्होंने कहा कि कई जगह 10 गुना सदस्य बने हैं.
बैठक के पहले उत्तर प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि आज भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. यह नरेंद्र मोदी और पार्टी कार्यकर्ताओं की कोशिश का नतीजा है. पहले हमारी बातों पर लोगों को हंसी आती थी लेकिन आज हमने यह करके दिखला दिया है. वहीं गुरूवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी नेतृत्व को कहा कि जिन लोगों को पार्टी का सदस्य बनाया गया है. उन्हें वे कार्यकर्ता में बदलें.
भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भूमि विधेयक पर खास जोर
भूमि विधेयक पर आलोचनाओं से घिरी भाजपा ने आज कहा कि वह इस मुद्दे पर वार्ता में किसानों को शामिल करने और विपक्ष द्वारा फैलाए गए ‘‘भ्रम और दुष्प्रचार’’ को दूर करने के लिए व्यापक पैमाने पर संपर्क कार्यक्रम चलाएगी. हालांकि पार्टी ने साथ ही कहा कि वह विपक्षी दलों और किसानों द्वारा सुझाए गए बदलावों को तैयार है. प्रधानमंत्री नेरंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में शुरु हुई दो दिवसीय भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाजपा महासचिव पी मुरलीधर राव ने कहा कि पार्टी इस मुद्दे पर विचार मंथन करेगी और अगले महीने सत्ता में एक साल पूरा होने के मौके पर सरकार के अच्छे कार्यों के प्रचार के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाएगी. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ भूमि विधेयक पर चर्चा होगी. विपक्ष ने इसके बारे में बहुत भ्रम फैलाया है और दुष्प्रचार किया है. हम इसके खिलाफ लोगों के पास जाएंगे. औद्योगिकीकरण आवश्यक है और हमें उद्योग तथा कृषि के बीच कोई संघर्ष नहीं दिखता. हम किसानों को एक पक्ष बना रहे हैं और उनके हितों से समझौता नहीं किया जाएगा.’’ राव ने कहा कि भाजपा नेतृत्व पहले ही यह स्पष्ट कर चुका है कि वह विपक्षी दलों और किसानों से वार्ता का इच्छुक है तथा विधेयक में बदलाव पर विचार किया है. उन्होंने कहा, ‘‘ हम खुले दिमाग के साथ बात करना चाहते हैं.’’ राव ने बताया कि 15 लाख से अधिक सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जाएगा और वे सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों के बारे में जनता को बताने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठकों में आडवाणी का समापन भाषण एक परंपरा रही है
भाजपा महासचिव पी मुरलीधर राव ने कहा कि वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी दो दिवसीय बैठक में पूरे समय मौजूद रहेंगे, जिसमें पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और प्रदेश अध्यक्षों समेत कई विशिष्ट आमंत्रितों समेत 111 से अधिक राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शिरकत कर रहे हैं. आडवाणी पर राव ने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा, ‘‘ वह यहां आ चुके हैं और पूरा समय मौजूद रहेंगे. वह हमारा मार्गदर्शन करने के लिए हमेशा रहे हैं.’’ राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठकों में आडवाणी का समापन भाषण एक परंपरा रही है. केवल 2013 में गोवा की बैठक को छोडकर जिसमें वह वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पूर्व मोदी को पार्टी की प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने के परोक्ष विरोध में शामिल नही हुए थे. मोदी शाह की जोडी ने वरिष्ठ नेता को पार्टी की महत्वपूर्ण नीति नियंता ईकाइयों से दरकिनार कर दिया है और उन्हें रस्मी ‘‘मार्गदर्शक मंडल’’ का सदस्य बना दिया है.