नयी दिल्ली : भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जंतर मंतर पर आप की एक रैली को संबोधित करेंगे और 22 अप्रैल को वह संसद तक मार्च का नेतृत्व भी कर सकते हैं.पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा, यह तय किया गया है कि वह रैली को संबोधित करेंगे. वह पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ संसद की ओर मार्च का नेतृत्व भी कर सकते हैं. इस बारे में अंतिम योजना पर काम किया जा रहा है. पार्टी की राष्ट्रीय परिषद द्वारा 28 मार्च को पारित किये गये एक प्रस्ताव में पार्टी ने इस विधेयक के खिलाफ मार्च निकालने का फैसला किया था और इस संबंध में एक समिति का गठन किया था.
इस समिति में पार्टी के वरिष्ठ नेता इलयास आजमी, प्रेम सिंह पहाड़ी, योगेश दहिया, सोमेंद्र ढाका, गुरनाम सिंह और किरण विस्सा शामिल हैं, जो आंदोलन के इस कार्यक्रम पर काम कर रहे हैं.केंद्र सरकार ने उन नौ संशोधनों को बरकरार रखते हुए भूमि अधिग्रहण अध्यादेश की पुन: उद्घोषणा की सिफारिश करने का फैसला किया है, जो कि पिछले माह लोकसभा में पारित किये गये विधेयक में शामिल थे.
उचित मुआवजा एवं भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास में पारदर्शिता (संशोधन) नामक लंबित विधेयक को दिसंबर में प्रकाशित अध्यादेश की जगह लेना था.इस अध्यादेश को कायम रखने के लिए जरूरी था कि इसे पांच अप्रैल से पहले संसद की मंजूरी मिल जाती. लेकिन राज्यसभा में सरकार के सामने बाधा होने के कारण वहां वह अध्यादेश की जगह लेने के लिए विधेयक को पारित नहीं करवा सकी.